देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड को साहसिक पर्यटन गतिविधियों में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए उत्तराखण्ड की ट्रेक दा हिमालय को पुरस्कार प्रदान किया गया है। राज्य को यह पुरस्कार गुरूग्राम के होटल हयात में एक मीडिया संस्थान द्वारा आयोजित ट्रैवेल और टूरिज़्म कॉन्क्लेव में प्रदान किया गया।
राज्य को यह पुरस्कार अजय भट्ट माननीय राज्य मंत्री पर्यटन एवं रक्षा मंत्री, भारत सरकार, रोहन खौंटे पर्यटन मंत्री, गोवा की गरिमामयी उपस्थित में प्रदान किया गया।
इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उत्तराखंड सरकार में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा, ” यह हमारे लिए बड़े ही गौरव का विषय है कि देवभूमि की पहचान धार्मिक एवं प्राकृतिक सौंदर्य के अतिरिक्त अब साहसिक पर्यटन गतिविधियों में भी बढ़ी है। साहसिक पर्यटक गतिविधियों में हमने पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, ट्रेकिंग, कयाकिंग ज़िप लाइनिंग, बोटिंग, स्कीइंग बंजी जम्पिंग को बढ़ावा देने के लिए कई नये स्थलों का चुनाव एवं उन्हें विकसित किया है।
इनमें राफ्टिंग गतिविधि के लिए चम्पावत में टनकपुर, पिथौरागढ़ में जौलजीवी, उत्तरकाशी में काली और तौस नदी में, पैराग्लाइडिंग के लिए पौड़ी जिले के सतपुली, देहरादून के मालदेवता, नैनीताल के खुरपताल और कोटाबाग के अलावा और नई टिहरी आदि को विकसित किया है। ज़िप लाइनिंग के नये स्थलों में कनाताल, संकरी, धनौल्टी एवं ऋषिकेश आदि शामिल हैं।
हाल ही में हमने रिवर राफ्ट गाइडों के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन रखा जो दो महीने तक चला। इस कार्यक्रम में पर्यटकों की सुरक्षा हेतु गाइडों को प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर तकनीक एवं विभिन्न सुरक्षा किटों के बारे जानकारी दी गई । आगामी सितंबर एवं अक्टूबर महीने में हम रिवर राफ्टिंग की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का संचालन कर रहे हैं और इस दौरान अधिक से अधिक पर्यटकों के आगमन की आशा करते हैं।