20.1 C
Dehradun
Monday, October 13, 2025

बिखरेंगे छोलिया नृत्य के रंग, काफली-लाल भात के संग

देहरादून। आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 में खाने से लेकर मनोरंजन तक में उत्तराखंडी छाप देखने को मिलेगी। देश-विदेश के डेलीगेट्स की थाली में दो दर्जन से ज्यादा पहाड़ी आइटम परोसे जाएंगे। चार दिन का मेन्यू तैयार कर लिया गया है। दो दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए तय हुए हैं, जिसमें मांगल गायन से लेकर छोलिया और अन्य उत्तराखंडी नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी।
विश्व स्तरीय यह आयोजन 12 से 15 दिसंबर तक परेड ग्राउंड देहरादून में होने जा रहा है। इस दौरान आयुर्वेद पर गहन मंथन किया जाएगा। इस बडे़ अवसर पर पहाड़ी संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए भी कदम उठाए गए हैं। आयुष सचिव रविनाथ रमन के अनुसार डेलीगेट्स के भोजन और इस दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्तराखंड की संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

देश-विदेश के डेलीगेट्स के लिए तय मेन्यू
12 दिसंबर 2024
मंडुवे की रोटी, घर का मक्खन, गहत की भरवा रोटी घी में सेकी, राई की सब्जी, गहत की दाल/तुअर की दाल, लाल साठी भात, झंगोरे की खीर, टिमरू की चटनी।
13 दिसंबर 2024
मंडुवे की रोटी, घर का मक्खन, पालक की काफली, उड़द की दाल, लाल साठी भात, बाल मिठाई, रोटने, भंगेरे/भंगजीरे की चटनी।

14 दिसंबर 2024
मंडुवे की रोटी, घर का मक्खन, गहत की भरवा रोटी घी में सेकी, आलू की थिच्वाणी, भट्ट की चुटकाणी, झंगोरे का भात, सिंगोरी मिठाई, केले के गुलगुले, सफेद भुने भट्ट और तिल की चटनी।
15 दिसंबर 2024
मंडुवे की रोटी, घर का मक्खन, तिल कुचाई, भट्ट की चुटकाणी, चंबा का राजमा, लाल साठी भात, घुगती, अस्के, पीली राय की चटनी।

उत्तराखंडी लोक संगीत के ये होंगे कार्यक्रम
12 दिसंबर 2024 सुबह के सांस्कृतिक कार्यक्रम
सुश्री कंचन भंडारी एवं साथी-मांगल गायन
उद्याचल पर्वतीय कला समिति-छोलिया नृत्य
12 दिसंबर 2024 शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम
नव हिमालय लोक कला समिति-कुमाऊंनी लोक नृत्य
ब्रहम कमल सांस्कृतिक समिति-गढ़वाली लोक नृत्य
जौनसार बावर सांस्कृतिक गांव का रिवाज संस्था-जौनसारी लोक नृत्य
पद्मश्री प्रीतम भरतवाण-जागर
14 दिसंबर 2024 शाम के सांस्कृतिक कार्यक्रम
संस्कार सांस्कृतिक एवं पर्यावरण संरक्षण समिति-कुमाऊंनी लोक नृत्य
संगम सांस्कृतिक समिति-गढ़वाली लोकनृत्य
स्पर्श जनजाति सामाजिक एवं सांस्कृतिक संध्या-जौनसारी लोक नृत्य
संगीता ढौंडियाल-लोक गायन
——————————-
वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 का आयोजन उत्तराखंड के लिए हर तरह से महत्वपूर्ण अवसर है। आयुर्वेद के संबंध में गहन विचार मंथन का उत्तराखंड साक्षी बनेगा, साथ ही यहां की संस्कृति का भी देश-दुनिया में प्रचार होगा।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img

Latest Articles

सहकारिता ही सामाजिक एकता और आर्थिक स्वावलंबन की आधारशिलाः मुख्यमंत्री

0
देहरादून। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों/समूहों/संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्थानीय उत्पादों के स्टॉलों का निरीक्षण कर स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देने तथा...

विश्व धरोहर फूलों की घाटी 31 अक्टूबर को होगी शीतकाल के लिए बंद

0
चमोली। विश्व धरोहर फूलों की घाटी इन दिनों बर्फ से लकदक बनी है। आलम यह है कि विभिन्न प्रजाति के फूलों के लिए प्रसिद्ध...

हर जिले में ऐसे स्वास्थ्यकर्मी तैयार होंगे जो आपदाग्रस्त लोगों के मन के घाव...

0
देहरादून। पिछले कुछ समय से उत्तराखंड लगातार प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रहा है । कहीं भूस्खलन, कहीं बादल फटना तो कहीं अत्यधिक वर्षा...

ग्राफिक एरा में मीडिया, समाज और विज्ञान पर राष्ट्रीय सम्मेलन, विशेषज्ञों ने मीडिया...

0
देहरादून। ग्राफिक एरा में प्राकृतिक आपदाओं में प्रभावी संचार और सामुदायिक सहयोग की निर्णायक भूमिका पर गहन मंथन हुआ। विशेषज्ञों ने न केवल मीडिया...

राज्य कैबिनेट की बैठक में आठ अहम प्रस्तावों पर लगी मुहर

0
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में आठ महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई गयी। बैठक में महिला...