हरिद्वार. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजकीय मेला चिकित्सालय तथा दूधाधारी बाबा बर्फानी कोविड हॉस्पिटलों का निरीक्षण किया. इस मौके पर उन्होंने करीब 970.74 लाख रूपये लागत की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण भी किया. कोविड अस्पतालों के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पीपीई किट पहनकर कोविड मरीजों से मिले तथा उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया तथा सन्तोष व्यक्त किया. उन्होंने पूरे मेडिकल स्टाफ के कार्य करने की शैली की प्रशंसा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार कोविड की रोकथाम के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और महामारी के खिलाफ लड़ाई में जनमानस के बचाव के लिए संकल्पित है. उन्होंने अन्य लोगों से भी सहयोग की अपील करते हुए कहा कि कोविड के खिलाफ लड़ाई को मिलकर जीतना होगा. सभी को गाइडलाइन का पूरा पालन करना होगा और टीकाकरण पर भी फोकस करना होगा.
कोविड अस्पतालों का निरीक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री मेला नियंत्रण भवन (सीसीआर) पहुंचे, जहां उन्होंने करीब 970.74 लाख रूपये लागत की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण भी किया. इसमें ग्रामीण निर्माण विभाग प्रखण्ड हरिद्वार द्वारा ई0वी0एम0 और वी0वी0पैट गोदाम का निर्माण (लागत रूपये 394.56 लाख), जिला योजना के अंतर्गत विकासखण्ड रूड़की में कार्यालय भवन का निर्माण कार्य (लागत रूपये 90.14 लाख), ग्रामीण सड़के एवं ड्रेनेज विभाग के अन्तर्गत ग्राम नागल से अबुलहसनपुर तक सड़क निर्माण कार्य (रूपये 328.63 लाख), रमसा योजना के अन्तर्गत राजकीय इण्टर काॅलेज सिकन्दरपुर भैंसवाल में 03 कक्षा कक्ष, 01 बालक एवं 02 बालिका शौचालय का निर्माण (लागत रूपये 69.39 लाख), रमसा योजना के अंतर्गत राजकीय इण्टर काॅलेज शहीद एम0एस0 गैण्डीखाता में 02 कक्षा कक्ष, बालक शौचालय एवं 02 बालिका शौचालय का निर्माण (लागत रूपये 50.76 लाख) तथा रमसा योजना के अन्तर्गत राजकीय इण्टर काॅलेज सलेमपुर में 02 कक्षा कक्ष का निर्माण (लागत रूपये 37.26 लाख) योजनाओं का लोकार्पण किया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने ITC की ग्रीन टैम्पिल योजना का भी शुभारम्भ किया. लोकार्पण समारोह के पश्चात तीरथ सिंह रावत ने मेला नियंत्रण भवन के सभागार में एक समीक्षा बैठक ली, जिसमें जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने मुख्यमंत्री को हरिद्वार जनपद में कोविड-19 तथा आपदा के क्षेत्र में क्या-क्या कार्य किये जा रहे हैं, के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी. इस अवसर पर क्षेत्रीय जन-प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं के बारे में भी मुख्यमंत्री को अवगत कराया. मुख्यमंत्री ने कोविड-19 तथा आपदा के क्षेत्र में हरिद्वार जनपद द्वारा किये जा रहे कार्यों पर सन्तोष व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिक से अधिक टेस्टिंग करने, वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में अगर कहीं कोई भ्रम की स्थिति है तो, जागरूकता अभियान चलाकर, उसे दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिये. उन्होंने कहा कि तीसरी लहर की बात कही जा रही है, जिसके लिये हमारी पूरी तैयारी है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि डेंगू के बचाव के लिये सभी उपाय अभी से करने प्रारम्भ कर दें ताकि डेंगू को जड़ से खत्म किया जा सके. उन्होंने कहा कि संसाधनों की कहीं कोई कमी नहीं है. तीरथ सिंह रावत ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बाढ़ आदि आपदाओं के लिये अभी से तैयारी करना प्रारम्भ कर दें.