उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरक प्रकरण पर पूर्ण विराम लगा दिया है. अपनी राजनैतिक सूझ बूझ का परिचय देते हुए धामी ने हरक को माना लिया है. मुख्यमंत्री से मुलाक़ात के बाद हरक हरक सिंह रावत का कहना है कि मेरी अब कोई नाराजगी नहीं है हालांकि जब मैं नाराज था तो मैं कैबिनेट के बीच में से ही उठकर वापस चला गया था, हरक सिंह ने यह भी कहा कि मैं कोई इस्तीफा नहीं दे रहा हूँ.
कोटद्वार मेडिकल कॉलेज को लेकर नाराज़गी के बाद बीते शुक्रवार से गायब हरक सिंह रावत रात शनिवार रात 12 बजे सीएम आवास से निकले. इस दौरान मुख्यमंत्री से लम्बी बातचीत के बाद रावत ने कहा कि जो नाराजगी थी उसकी वजह यह थी कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव नहीं आया था आज मुख्यमंत्री जी से बात हुई है और मुझे आश्वासन दिया गया है कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज बनेगा और उसके लिए 25 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए गए हैं.
हरक सिंह रावत ने कहा कि मेडिकल कॉलेज सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि जनता के लिए है. वहां से लोगों को सुविधाएं मिलेंगी इसलिए मैं इस बात से नाराज था कि मेडल कॉलेज नहीं बनाया जा रहा है लेकिन आज मुख्यमंत्री से बातचीत होने के बाद मुझे आश्वासन मिला है कि जल्द मेडिकल कॉलेज भी वहां बनाया जाएगा.