देहरादून: भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से कड़ा सैन्य प्रशिक्षण पूरा कर वतन की रक्षा के लिए मर मिटने की शपथ लेकर 288 युवा अफसर शनिवार को थलसेना का अभिन्न अंग बन गये हैं। इनमें सैनिक बहुल प्रदेश उत्तराखंड के 33 युवा भी शामिल हैं। जबकि सबसे बड़े राज्य उप्र के 50 कैडेट पास आउट होकर सेना में अधिकारी बने हैं। वहीं आठ मित्र देशों के 89 जेंटलमैन कैडेट भी आईएमए से पास आउट होकर अपने—अपने देश की सेना में शामिल हो गये हैं। कुल मिलाकर परेड में देश—विदेश के 377 जेंटलमैन कैडेटों ने शिरकत की। इसके बाद सैन्य अकादमी के गौरवशाली इतिहास में देश—विदेश की सेना को 64 हजार 145 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया है। इनमें मित्र देशों की सेना को मिले 2813 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।
सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग ले. जनरल अमरदीप सिंह भिंडर ने बतौर निरीक्षण अधिकारी गरिमामय परेड की सलामी ली। पासिंग आउट कोर्स के हरफनमौला जेंटलमैन कैडेट मौसम वत्स को प्रतिष्ठ्ति सोर्ड ऑफ ऑनर और ऑर्डर ऑफ मेरिट में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर सिल्वर मेडल से नवाजा गया है। वह बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले हैं। जबकि उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर निवासी नीरज सिंह पपोला को आर्डर ऑफ मेरिट में पहला स्थान प्राप्त करने पर गोल्ड मेडल प्रदान किया गया।
शनिवार सुबह को आईएमए के ड्रिल स्क्वायर पर आयोजित 150वें रेगूलर कोर्स व समानांतर कोर्सों की दीक्षांत परेड (पीआेपी) में कदमताल करते हुए 377 नौजवान पास आउट होकर बतौर सैन्य अधिकारी देश—विदेश की सेना में शामिल हो गये हैं। इससे पहले निरीक्षण अधिकारी ने अकादमी के समादेशक ले. जनरल हरिंदर सिंह व परेड कमांडर मौसम वत्स के साथ परेड का निरीक्षण कर पासिंग आउट बैच के जेंटलमैन कैडेटों से सलामी ली। इस अवसर पर उन्होंने सेना की मुख्यधार में शामिल हो रहे युवा अफसरों को शुभकामना दी। कहा कि वैश्विक स्तर पर भारतीय सेना की अपनी अलग पहचान है। सेना की इस परंपरा को बनाये रखने की जिम्मेदारी युवा अफसरों की है। कैडेट से सैन्य अधिकारी बनने जा रहे नौजवानों से पूरी निष्ठा, लग्न व समर्पण के साथ देश की सेवा करने का आह्वान भी उन्होंने किया।
कहा कि यह समय अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। इसलिए हर क्षेत्र में पारंगता हासिल कर युवा अफसरों को चुनौतियों से पार पाना होगा। परेड के बाद निजाम पवेलियन में आयोजित पीपिंग व आेथ सेरेमनी में शिरकत करने के बाद सभी युवा बतौर लेफ्टिनेंट अपने—अपने देश की सेना की मुख्यधारा में शामिल हो गये हैं। परेड के दौरान रिव्यूइंग आफिसर ने आईएमए में सैन्य प्रशिक्षण के दौरान श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेटों को स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक प्रदान किए। भूटान के कैडेट तेंजिन नाम्गे को श्रेष्ठ विदेशी कैडेट (बांग्लादेश मेडल) का पुरस्कार दिया गया। चैंपियन कंपनी सैंगर को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर प्रदान किया गया। अकादमी के डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल आलोक जोशी समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारी व कैडेटों के स्वजन भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
ये रहे पीआेपी के सितारे
सोर्ड ऑफ ऑनरएकेडमी कैडेट एज्युडेंट मौसम वत्स
स्वर्ण पदक एकेडमी अंडर आफिसर नीरज सिंह
रजत पदकएकेडमी कैडेट एज्युडेंट मौसम वत्स
कांस्य पदकबटालियन कैडेट एज्युडेंट केतन पटियाल
रजत पदक (टीजीसी)जूनियर अंडर आफिसर दिगांत गर्ग
श्रेष्ठ विदेशी कैडेटतेंजिन नाम्गे (भूटान)
सीआेएएस बैनरसैंगर कंपनी
किस देश को कितने अफसर मिले
देश अफसर
भारत 288
अफगानिस्तान 43
तजाकिस्तान 19
भूटान 18
श्रीलंका 3
मालद्वीव 3
किर्गिस्तान 1
नेपाल 1
तंजानिया 1