देहरादून: उत्तराखंड में कोविड की वजह से डेढ़ साल से अधिक समय से बंद कक्षा एक से पांचवीं तक के 14007 सरकारी और निजी स्कूल मंगलवार से खुल गए हैं. राज्य सरकार के निर्देशों के तहत आज से बच्चे स्कूल पहुंचेंगे, हालांकि स्कूलों में कोविड संक्रमण को लेकर गाइडलाइन का पालन करवाया जाना अनिवार्य है. पिछले करीब डेढ़ साल से कोरोना संक्रमण के चलते बच्चे स्कूल न जाकर घर से ही ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे थे. महीनों बाद स्कूल लौटे बच्चों की कक्षाओं को लेकर राज्य सरकार ने तमाम नियम व शर्तें जारी कर दी हैं और बताया है कि किस तरह कक्षाओं का संचालन हो सकेगा.
जानिए कैसे शुरू हो रहे हैं राज्य के प्राइमरी स्कूल और कक्षाएं…
राज्य के शिक्षा विभाग ने जो गाइडलाइन जारी की है, उसके तहत स्कूलों को मानक आचार संहिता का पालन करने के लिए कहा गया है. पहली से पांचवी तक के लिए कहा गया है कि रोज़ तीन घंटे की ऑफलाइन क्लासेज़ होंगी और बच्चों को खाना घर से नहीं लाना होगा. इसके साथ ही, बच्चों के स्कूल आने के साथ ही यह विकल्प दिया गया है कि वो चाहें तो ऑनलाइन पढ़ाई जारी रख सकते हैं. स्कूल आकर ऑफलाइन क्लास अटेंड करने के लिए अभिभावकों की सहमति का पत्र ज़रूरी होगा.
बच्चों के स्कूल में आने और जाने के समय के हिसाब से विभिन्न कक्षाओं के लिए अलग समय तय करने को कहा गया है, वहीं स्कूल में प्रवेश और स्कूल से जाने के दौरान मेन गेट पर सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य होगी. निर्देशों में कहा गया है कि अगर कोई बच्चा किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के ज़रिये स्कूल पहुंचता है तो स्कूल की ज़िम्मेदारी होगी कि उस वाहन की साफ सफाई का ध्यान रखा जाए. यही नहीं, पूरे स्कूल परिसर और कक्षाओं में भी सैनिटैशन के लिए शिक्षा विभाग ने स्कूलों को हिदायतें दी हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले 1 अगस्त से उत्तराखंड में कक्षा छठवीं से 12वीं तक के लिए स्कूल खोले गए थे.
















