उत्तराखंड में एक ओर सरकार ने महिलाओं को दिए जाने वाले सम्मान की राशि को बढ़ाने का ऐलान किया है वहीँ दूसरी ओर विपक्ष सरकार पर हमलावर होता हुआ नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने घोषणा की है कि अगले वर्ष से तीलू रौतेली पुरस्कार एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार की धनराशि बढ़ाकर 51 हजार रूपये किया जायेगा. भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वन्दना कटारिया उत्तराखण्ड में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ब्रांड एम्बेसेडर होंगी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे चौक स्थित आई.आर.डी.टी सभागर में ‘‘ तीलू रौतेली पुरस्कार एवं ‘‘आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार‘‘ हेतु चयनित राज्य की महिलाओं को सम्मानित किया. इस वर्ष 22 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार एवं 22 महिलाओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. तीलू रौतेली पुरस्कार प्राप्तकताओं को 31 हजार रूपये की सम्मान धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया. जबकि आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार के तहत 21 हजार रूपये की सम्मान राशि एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया.
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तीकरण की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं. राज्य सरकार का प्रयास है कि मातृ शक्ति को इन योजना का लाभ मिला. राज्य में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना चलाई जा रही है. जिसमें गर्भवती महिलाओं एवं नवजात कन्या शिशु के लिए किट दी जा रही है. राज्य सरकार जनता के साथ साझीदार की भूमिका में कार्य कर रही है. समाज के हर वर्ग के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा अनेक जन कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है.
इनको किया गया सम्मानित -तीलू रौतेली पुरस्कार
डॉ.राजकुमारी भंडारी चौहान, श्यामा देवी, अनुराधा वालिया, डॉ. कंचन नेगी, रीना रावत, वन्दना कटारिया, चन्द्रकला तिवाड़ी, नमिता गुप्ता, बिन्दुवासिनी, रूचि कालाकोटी, ममता मेहता, कु. अंजना रावत, पार्वती किरौला, कु. कनिष्का भण्डारी, भावना शर्मा, गीता जोशी, बबीता पुनेठा, दीपिका बोहरा, कु. दीपिका चुफाल, रेखा जोशी, रेनू गडकोटी, पूनम डोभाल.
विपक्ष ने साधा निशाना
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं उत्तराखण्ड मीडिया प्रभारी जरिता लैतफलांग ने उत्तराखण्ड राज्य सरकार द्वारा महान क्रन्तिकारी वीरांगना तीलू रौतेली के नाम पर प्रचलित पुरस्कार वितरण में संघ के लोगों को प्राथमिकता दिये जाने पर सवाल खडे करते हुए पुरस्कार वितरण को वीरांगना का अपमान बताया है. कांग्रेस प्रवक्ता जरिता लैतफलांग ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा 2020-21 के लिए दिए गये राज्य स़्त्री शक्ति ‘तीलू रौतेली‘ पुरस्कारों का राजनीतिकरण व अवमूल्यन करने का प्रयास किया है. किशोरियों व महिलाओं की व्यक्तिगत उपलब्धियों के लिए दिए जाने वाले उत्तराखंड राज्य के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार का यदि इसी तरह भाजपाईकरण होता रहा तो वह समय दूर नहीं जब विपरीत परिस्थितियों में देश दुनियां में अपनी उपलब्धियों का डंका बजाने वाली उत्तराखंड की बेटी बन्दना कटारिया इस पुरस्कार को ग्रहण करना अपना अपमान समझेंगी. उन्होंने कहा कि महान हस्तियो का अपमान करना भाजपा की नीयत बन चुकी है.
शासनादेश के अनुसार यह पुरष्कार कुछ क्षेत्रों में विपरीत परिस्थितियों में विशिष्ठता हासिल करने वाली युवतियों/महिलाओं को दिए जाते थे, लेकिन इस साल के पुरस्कार प्राप्त करने वालों की सूची देखने पर पता चलता है कि इन नियमों और कार्यों के बजाय पुरस्कार वितरण में भाजपा की सदस्यता सूची को प्राथमिकता दी गयी है. इसी परिपेक्ष में आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में महिला कांग्रेस की एक पत्रकार वार्ता का भी आयोजन किया गया जिसमें महिला कंाग्रेस ने तीलू रौतेली पुरस्कार वितरण पर सवाल खडे किये.