उत्तराखंड में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के विशेष प्रयासों के बाद प्रदेश को आज 7500 रेमडिसिविर इंजेक्शन प्राप्त हो गई है. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के निर्देशों पर आज सुबह ही स्टेट प्लेन को अहमदाबाद भेजा गया था, राज्य सरकार का यह विशेष विमान रेमडिसिविर इंजेक्शन की खेप लेकर देर रात तक उत्तराखंड पहुँचेगा. अब प्रदेश में अब अगले कुछ दिनों तक रेमडिसिविर इंजेक्शन की किल्लत नहीं होगी.
अहमदाबाद से इस खेप के आ जाने के बाद कोविड 19 संक्रमण के बाद इलाज में इस्तेमाल किए जाने वाले रेमडिसिविर इंजेक्शन का पर्याप्त कोटा प्रदेश के पास हो जाएगा. मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए है कि सभी जिलों में रेमडिसिविर इंजेक्शन के खपत और अनुपात तय करते हुए पर्याप्त मात्रा में रेमडिसिविर इंजेक्शन भेज दिए जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से जूझ रहे किसी भी प्रदेश वासी को रेमडिसिविर इंजेक्शन की कमी ना हो. बीते 72 घंटों में उत्तराखंड में लगभग 11 हजार रेमडिसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति हो गई है. बीते शनिवार को भी उत्तराखंड में 3500 रेमडिसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति हुई थी.
क्या है रेमडेसिविर इंजेक्शन
रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीजों के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं है कोरोना की वजह से फेफड़ों में संक्रमण होता है और फिर मरीज को निमोनिया हो जाता है. रेमडेसिविर इंजेक्शन फेफड़े के इंफेक्शन से बचाता है. फेफड़े में संक्रमण के आधार पर रेमडेसिविर के इंजेक्शन दिए जाते हैं. ज्यादा गंभीर स्थिति में एक मरीज को छह इंजेक्शन तक लगाने पड़ते हैं. ऐसे में इसकी मांग बहुत ज्यादा है और आपूर्ति उस अनुरूप नहीं है.