देहरादून: विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा ने भी निष्कासितों के लिए दरवाजे खोल दिए हैं। पिछले वर्षों में विभिन्न कारणों निष्कासित हुए करीब 200 नेताओं को पार्टी बिना सशर्त वापस लेगी। लेकिन पार्टी में शामिल होने वाले नेताओं को कम से कम दो साल तक पार्टी का कोई पद नहीं दिया जाएगा। राज्यसभा सांसद नरेश बंसल की अध्यक्षता में गठित कमेटी वापसी करने के इच्छुक नेताओं की समीक्षा कर रही है।
चुनाव आते ही राजनीतिक दलों का रुख उन लोगों के प्रति नरम हो गया है जिन्हें अनुशासनहीनता के कारण बेहद सख्त अंदाज में पार्टी से हटा दिया था। अब ऐसे सभी निष्कासितों के लिए पार्टी ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं। पार्टी स्थानीय निकायों, पंचायती राज संस्थाओं, विधानसभा व लोकसभा चुनाव में निष्कासितों को शामिल कराने जा रही है।
राज्यसभा सांसद एवं समिति के अध्यक्ष नरेश बंसल ने कहा जो लोग संगठन की रीति-नीति के अनुरूप पार्टी में आना चाहते हैं, उनका स्वागत है। बड़ी संख्या में लोग पार्टी में आने को तैयार हैं। लोग भी आ भी रहे हैं। निष्कासितों में कुछ लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी में शामिल हुए थे। बाकी गए लोगों को भी पार्टी में शामिल किया जा रहा है।
पार्टी से निष्कासित करीब 200 लोगों की सूची तैयार हो चुकी है। पार्टी में निष्कासितों को बिना शर्त शामिल किया जाएगा। उन्हें एक से दो साल तक संगठन में कोई पद भी नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा ऐसे नेताओं को पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा, जो गंभीर आपराधिक आरोप हों।