देहरादून: एक होमगार्ड्स का जीवन शारीरिक और मानसिक चुनौतियों से भरा हुआ है, इसलिए उसके मन और मस्तिष्क का स्वास्थ्य उसके शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही अमूल्य है। इस धारणा को एक भौतिक रूप देने के उद्वेश्य से, एक नई पहल, आज रैतिक परेड-2022 के अवसर पर की गयी है।
उत्तराखंड के होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के सभी होमगार्ड्स स्वयंसेवकों के मानसिक एवं भावनात्मक समृद्धि के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए एक अनोखी शुरुआत है ‘‘पहल‘‘। यह मोबाईल ऐपलीकेशन ‘‘स्कूल ऑफ लाइफ‘‘ नामक संस्था के सहयोग से होमगार्ड्स दिवस के अवसर पर लोकार्पित किया गया है। मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित अलग-अलग संसाधन, जैसे मनोवैज्ञानिक सेवाएं, व्यक्तिगत काउंसलिंग और आत्म सहायता के लिए कई विडियो संसाधन घर बैठे निःशुल्क होमगार्ड्स स्वयंसेवकों के मोबाईल फोन पर उपलब्ध होगा।
मोबाईल ऐपलीकेशन पर होमगार्ड्स स्वयंसेवक अपने मोबाईल नम्बर तथा रेजिमेंटल नम्बर से लॉग इन करेंगे। ‘‘पहल‘‘ ऐप का उपयोग स्वयंसेवक दो प्रकार से कर सकेंगे। पहला मानसिक एवं भावनात्मक समृद्धि हेतु सीधे मनोवैज्ञानिक से वार्तालाप करने के लिए ऐपॉईनमेन्ट बुक कर सकेंगे, जिसमें वह अपने पूर्व के बुक किये गये ऐपॉईनमेन्ट भी देख सकेंगे।
मनोवैज्ञानिक काउन्सिलर से वार्तालाप की समस्त कार्यवाहियॉ विभागीय स्तर पर गोपनीय रखी जायेंगी ताकि वे अपने कथनों को काउन्सिलर के समक्ष खुल कर रख सकेंगे। मनोवैज्ञानिक को बुक करने से पूर्व रक्षित विडियों सामग्री का अवलोकन कर सकेंगे, जिससे उन्हें स्वयं का आंकलन करने तथा अपेक्षित मानसिक सहयोग प्राप्त होगा। दूसरा वे अपनी ड्यूटी आदि के प्रति अपनी समस्यायें, शिकायत आदि को जनपद स्तर, मण्डल स्तर एवं मुख्यालय स्तर पर प्रेषित कर सकेंगे तथा समस्याओं के शीघ्र निस्तारण के उपरान्त उन्हें सूचित भी किया जायेगा।
होमगार्ड्स की मानसिक तनाव और उनके भावनात्मक स्वास्थ्य को बेहतर करने का ऐसा प्रयास देश के किसी भी और प्रदेश में अब तक नहीं उपलब्ध करवाया गया है और ये उत्तराखंड के होमगार्ड्स के लिए विशेष व अद्वितीय पहल है।
‘‘पहल‘‘ ऐप के माध्यम से हमारे होमगार्ड्स अपने रोजमर्रा के जीवन में आने वाले तनाव का बेहतर संचार कर पाएंगे, ड्यूटी और जीवन की चुनौतियों से आगे बढ़ पाएंगे एवं एक सशक्त मन की रचना कर पाएंगे।