मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा ने स्लम क्षेत्र अधिनिमय, 1971 संशोधन करने वाला विधेयक पारित किया है। इससे अब स्लम पुनर्विकास प्राधिकरण (एसआरए) को बिल्डरों या डेवलपर्स से बकाया ट्रांजिट किराया वसूलने की अनुमति मिल गई है। महाराष्ट्र विधानसभा ने बुधवार को स्लम क्षेत्र (सुधार, निकाली और पुनर्विकास) अधिनियम, 1971 में संशोधन करने वाला विधेयक पारित किया है। इस कानून के पारित होने से अब स्लम पुनर्विकास प्राधिकरण (एसआरए) बिल्डरों या डेवलपर्स से बकाया ट्रांजिट किराया वसूल सकेगा।
संशोधन विधेयक में कहा गया है कि झुग्गीवासियों को न चुकाए गए किराए को भू-राजस्व के बकाया के रूप में माना जाएगा। इसका मतलब है कि एसआरए अब महाराष्ट्र भूमि राजस्व संहिता (MLRC) के तहत वसूली की कार्यवाही शुरू कर सकेगा। प्रस्तावित संशोधन के अनुसार, यदि किसी चूककर्ता बिल्डर के पास बकाया चुकाने के लिए पर्याप्त कंपनी संपत्ति नहीं है, तो देयता उसके निदेशकों या साझेदारों की निजी संपत्ति तक बढ़ सकती है। वर्तमान में, एसआरए किसी चूककर्ता डेवलपर को काम रोकने का नोटिस जारी कर सकता है या नई अनुमति देने से इनकार कर सकता है।
इसके अलावा, कानून में एक और बदलाव किया गया है। पहले किसी झुग्गी पुनर्विकास योजना में शामिल होने के लिए लोगों को 120 दिन का समय मिलता था, लेकिन अब ये समय घटाकर सिर्फ 60 दिन कर दिया गया है। अगर किसी पुनर्विकास योजना को 50 फीसदी से ज्यादा लोग मंजूरी दे देते हैं, तो बाकी लोगों को सिर्फ 60 दिन में फैसला करना होगा कि वे शामिल होंगे या नहीं।
60 दिनों के बाद, जो लोग योजना में शामिल नहीं होते हैं, तो वे अपनी पुरानी जगह पर नए घर का हक खो सकते हैं और उन्हें किसी दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सकता है, वो भी तब, जब वहां जगह उपलब्ध हो। इसके अलावा, कानून में यह भी जोड़ा गया है कि जब कोई सरकारी संस्था (जैसे MMRDA, म्हाडा, MSRDC और सिडको) झुग्गी वाली जमीन के लिए प्रोजेक्ट शुरू करती है, तो उन्हें 30 दिनों के अंदर वह जमीन दी जा सकेगी। इससे सरकारी प्रोजेक्ट तेजी से पूरे हो सकेंगे।
सरकार ने 1971 के कानून में किए बदलाव, अब बिल्डरों-डेवलपर्स से ट्रांजिट किराया वसूलेगा SRA
Latest Articles
पुतिन की यात्रा से पहले भारत-रूस के बीच बड़ी डील
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर से दो दिवसीय भारत की यात्रा पर रहेंगे। रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के...
संकट में श्रीलंका को मिला भारत का साथ, सनथ जयसूर्या ने पीएम मोदी को...
नई दिल्ली: चक्रवात दित्वाह से तबाह हुए श्रीलंका के लिए भारत द्वारा चलाए जा रहे बड़े राहत अभियान के बीच श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी...
8वां वेतन आयोग: पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत, सरकार ने राज्यसभा में साफ की...
नई दिल्ली: आठवें वेतन आयोग के गठन के बाद से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के बीच सबसे बड़ी चिंता 'पेंशन रिविजन' को लेकर थी।...
दिल्ली की आबोहवा में घुट रहा दम: ‘बेहद खराब’ श्रेणी में हवा, 16 निगरानी...
दिल्ली: राजधानी में हवा की दिशा बदलने और स्थानीय कारकों के चलते हवा एक बार फिर से गंभीर श्रेणी की ओर तेजी से बढ़...
प्रियांक को सोशल मीडिया पर शोध के लिए पीएचडी की उपाधि
-सोशल मीडिया ने दर्द भी दिया और दवा भी
देहरादून। उत्तराखण्ड में कोविड से निपटने में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई। सोशल...
















