देहरादून: उत्तराखंड में भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारियों के बंपर तबादले हुए हैं। शासन की ओर से जारी हुई सूची में वन मुख्यालय से लेकर फील्ड स्तर के आईएफएस अधिकारियों के जिम्मेदारियों में बड़ा बदलाव किया गया है।
देखिए सूची…
डॉ धनंजय मोहन को प्रबंध निदेशक उत्तराखंड वन विकास निगम देहरादून बनाया गया है इससे पहले वह इसी पद पर अस्थाई व्यवस्था के रूप में थे।
डॉक्टर समीर सिन्हा अपन प्रमुख वन संरक्षक प्रभारी प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड बनाया गया उनसे अपर प्रमुख वन संरक्षक परियोजनाएं एवं सामुदायिक वानिकी उत्तराखंड देहरादून के पदभार से अवमुक्त किया गया है।
के एम राव अपर प्रमुख वन संरक्षक को अपर प्रमुख वन संरक्षक पर्यावरण देहरादून बनाया गया उनसे अपर प्रबंधक निदेशक उत्तराखंड वन विकास निगम देहरादून का प्रभार हटाया गया।
डीके गुप्ता अपर प्रमुख वन संरक्षक को अपर प्रमुख वन संरक्षक प्रशासन कार्यालय प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड देहरादून बनाया गया। इससे पहले वह प्रतीक्षा में रखे गए थे और मुख्यालय से अटैच किए गए थे।
कपिल लाल अपर प्रमुख वन संरक्षक को अपर प्रमुख वन संरक्षक परियोजनाएं एवं सामुदायिक वानिकी उत्तराखंड देहरादून का प्रभार दिया गया। इससे पहले ही वह अपर प्रमुख वन संरक्षक प्रशासन कार्यालय प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड देहरादून थे।
जीएस पांडे को मुख्य कार्यकारी अधिकारी कैंपा परियोजना उत्तराखंड के साथ अग्रिम आदेशों तक अपर प्रमुख वन संरक्षक नियोजन एवं वित्तीय प्रबंधन का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया।
कपिल कुमार जोशी को अपर प्रमुख वन संरक्षक वन अनुसंधान प्रबंधन एवं प्रशिक्षण हल्द्वानी का पदभार दिया गया। इससे पहले वह अपर प्रमुख वन संरक्षक वन संरक्षण नोडल अधिकारी उत्तराखंड देहरादून के पद पर थे।
एसएस रसाईली अपर प्रमुख वन संरक्षक को अपर प्रमुख वन संरक्षक वन संरक्षण नोडल अधिकारी उत्तराखंड देहरादून मनाया गया। साथ ही उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने नवीन पद पर कार्यभार ग्रहण करने हेतु आंख्या शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
नरेश कुमार मुख्य वन संरक्षक को मुख्य वन संरक्षक प्रचार-प्रसार एवं इको टूरिज्म एवं प्रबंध निदेशक उत्तराखंड ईकोटूरिज्म विकास निगम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया उन्हें भी नवीन पद कार्भार ग्रहण करने का तत्काल आदेश दिया गया। उन्हें अतिरिक्त प्रभार हेतु किसी भी प्रकार के अतिरिक्त वेतन भत्ते अनुमान नहीं मिलेंगे।
मनोज चंदन मुख्य वन संरक्षक को मुख्य वन संरक्षक निगरानी मूल्यांकन आईटी एवं आधुनिकरण देहरादून एवं अग्रिम आदेशों तक मुख्य वन संरक्षक मानव संसाधन विकास एवं कार्मिक प्रबंधन उत्तराखंड देहरादून का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया।
डॉक्टर तेजस्विनी अरविंद पाटिल को निदेशक वानिकी प्रशिक्षण अकादमी हल्द्वानी का पदभार दिया गया इससे पहले वह मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं उत्तराखंड नैनीताल के पदभार पर थे।
डॉ पराग मधुकर को मुख्य वन संरक्षक वन पंचायत एवं सामुदायिक वानिकी उत्तराखंड बनाया गया इससे पूर्व वह मुख्य वन संरक्षक परिस्थितिक पर्यटन प्रचार एवं विस्तार एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड का अतिरिक्त प्रभार पर थे।
पी के पात्रों को मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं उत्तराखंड नैनीताल का पदभार दिया गया इससे पूर्व व अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी इको टूरिज्म उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड एवं निदेशक हल्द्वानी जू एवं निदेशक देहरादून जू का अतिरिक्त पदभार था।
डॉ धीरज पांडे मुख्य वन संरक्षक को निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिजर्व रामनगर नैनीताल बनाया गया इससे पूर्व मुख्य वन संरक्षक भागीरथी वृत्त मुनी की रेती थे।
राहुल मुख्य वन संरक्षक, को उत्तराखंड वन विकास निगम में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया इससे पूर्व व समृद्ध कार्यालय प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड देहरादून के प्रभार पर थे। जिन दायित्वों से उन्हें मुक्त कर दिया गया है।
निशांत वर्मा मुख्य वन संरक्षक को निदेशक नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व गोपेश्वर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। वह उत्तराखंड वन विकास निगम में प्रतिनियुक्ति पर थे जिससे उन्हें अवमुक्त किया गया है। इसके साथ ही उनके पास मुख्य वन संरक्षक वन संरक्षण व नागिनी एवं आपदा प्रबंधन उत्तराखंड देहरादून का प्रभार यथावत रहेग
मान सिंह मुख्य वन संरक्षक वन संरक्षक दक्षिणी कुमाऊं वृत्त नैनीताल बनाया गया इससे पूर्व वह प्रतीक्षा मैं रखे गए थे।
डॉ साकेत बड़ौदा वनरक्षक को निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व उत्तराखंड देहरादून बनाया गया उनसे निदेशक नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व गोपेश्वर का पदभार हटाया गया।
राजीव धीमान उप वन संरक्षक को प्रभारी वन संरक्षक शिवालिक वृत्त देहरादून एवं अग्रिम आदेशों तक वन संरक्षक भागीरथी वृत्त का अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
डॉ विनय भार्गव उप वन संरक्षक को प्रभारी वन संरक्षक यमुना वृत्त उत्तराखंड देहरादून मनाया गया इससे पूर्व वह उप वन संरक्षक नियोजन एवं वित्तीय प्रबंधन उत्तराखंड के पदभार पर थे।
पंकज कुमार वन संरक्षक गढ़वाल वृत्त पौड़ी गढ़वाल बने।
मयंक शेखर झा उप वन संरक्षक हरिद्वार वन प्रभाग हरिद्वार बने।
कहकशा नसीम उप वन संरक्षक निगरानी मूल्यांकन आईटी एवं आधुनिकरण देहरादून बनाया गया।
अमित कवर को उप वन संरक्षक नरेंद्रनगर वन प्रभाग मुनी की रेती बनाया गया।
वैभव कुमार सिंह को उप वन संरक्षक तराई केंद्रीय वन प्रभाग हल्द्वानी बनाया गया।
दिनकर तिवारी को उप वन संरक्षक लैंसडाउन वन प्रभाग कोटद्वार बनाया गया।
दीपक सिंह को उप वन संरक्षक नियोजन एवं वित्तीय प्रबंधन उत्तराखंड देहरादून बनाया गया।
कुंदन कुमार को उप वन संरक्षक तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर नैनीताल बनाया गया। इससे पूर्व व उप वन संरक्षक अनुसंधान हल्द्वानी थे।
आशुतोष सिंह को उप वन संरक्षक मसूरी वन प्रभाग मसूरी बनाया गया इससे पूर्व व उप वन संरक्षक उत्तराखंड वानिकी प्रशिक्षण अकादमी हल्द्वानी के पद पर थे।
बलवंत शाही को उप वन संरक्षक वन वर्धिनक साल बनाया गया इससे पूर्व वह उप वन संरक्षक तराई पश्चिमी वन प्रभाग रामनगर नैनीताल के पद पर थे, जिनसे उन्हें अब अवमुक्त कर दिया गया है।
अभिमन्यु को उप वन संरक्षक रुद्रप्रयाग वन प्रभाग रुद्रप्रयाग बनाया गया।
बीडी सिंह लगभग 10 वर्षों से भी अधिक समय से मुख्य कार्यकारी अधिकारी बद्री केदार मंदिर समिति के पद पर थे उन्हें अब उपनिदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व देहरादून बनाया गया वह अभी वर्तमान पद पर यात्रा सीजन की समाप्ति के उपरांत तक रहेंगे उसके पश्चात यह आदेश प्रभावी होगा।
चंद्रशेखर जोशी को उप वन संरक्षक नैनीताल वन प्रभाग नैनीताल बनाया गया।
जीवन मोहन दगा दे को उप वन संरक्षक रामनगर वन प्रभाग रामनगर बनाया गया। वह अभी भारतीय वन्यजीव संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं इसके पश्चात ही वह विभाग में योगदान देंगे।
बी वी मार्तोलिया को उप वन संरक्षक जायका परियोजना देहरादून बनाया गया।
डीआर बीजू लाल और अभिलाषा सिंह को उप वन संरक्षक नैनीताल वन प्रभाग एवं उप वन संरक्षक तराई केंद्रीय वन प्रभाग हल्द्वानी के प्रभार से हटाकर अभी प्रतीक्षा में रखा गया है। तब तक वह प्रमुख वन संरक्षक कार्यालय उत्तराखंड में अटैच रहेंगे।