देश के विकास के साथ ही केंद्र सरकार इसे सजाने- संवारने पर भी ध्यान दे रही है। जिससे देश के साथ ही विदेशी नागरिकों को भी आकर्षित किया जा सके। इसी के तहत राजधानी दिल्ली में सेन्ट्रल विस्टा एवेन्यू एक बार फिर आम लोगों के लिए खुलने वाला है। दरअसल, विजय चौक से इंडिया गेट तक करीब तीन किलोमीटर लंबा राजपथ आधुनिक सुविधाओं के साथ 19 महीने बाद फिर से खुलने वाला है। इसी हफ्ते सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का उद्घाटन पीएम मोदी करेंगे। जिसके बाद मान सिंह रोड से जनपथ, जनपथ से रफी मार्ग और रफी मार्ग से विजय चौक आम लोगों के लिए खोल दिए जाएंगे।
1,125 कारों और 40 बसों की पार्किंग का इंतजाम
जानकारी के मुताबिक इस एवेन्यू की पार्किंग शुरू में एक-दो महीने निःशुल्क रहेगी। यहां 1,125 कारों और 40 बसों की पार्किंग का इंतजाम है। पार्किंग दरें नई दिल्ली नगरपालिका परिषद तय करेगी। वहीं, यहां घूमने आने वाले लोग शॉपिंग भी कर सकें, इसके लिए पांच वेंडिंग जोन बनाए गए हैं। हर जोन में 40-40 वेंडर होंगे। ये लोग छोटी-छोटी बास्केट में सामान बेचेंगे।
19 एकड़ में नहर का एरिया
वेंडिंग प्लाजा इस तरह से बनाए गए हैं कि पैदल चलने वालों को कोई परेशानी न हो। यहां पर पैदल चलने वालों के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। कुल चार अंडरपास बनाए गए हैं। दो जनपथ की तरफ और दो अंडरपास सी-हेक्सागन की ओर बनाए गए हैं। पैदल चलने वालों की सुविधा के लिए 16 पुल भी बनाए गए हैं। वहीं, वाणिज्य भवन के पीछे बनी नहर और कृषि भवन की तरफ बनी नहर में बोटिंग की जा सकेगी। नहर का एरिया कुल 19 एकड़ का है।
क्या है सेंट्रल विस्टा
इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ के दोनों तरफ के क्षेत्र को सेंट्रल विस्टा कहते हैं। इस क्षेत्र में राष्ट्रपति भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक, रेल भवन, संसद भवन, कृषि भवन, निर्माण भवन, उद्योग भवन, रक्षा भवन, राष्ट्रीय संग्रहालय, राष्ट्रीय अभिलेखागार, बीकानेर हाउस, हैदराबाद हाउस समेत कई सरकारी इमारतें हैं।
क्या है सेंट्रल विस्टा परियोजना
सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत त्रिकोणीय आकार का नया संसद भवन, सभी मंत्रालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय, नए कार्यालय, विजय चौक से इंडिया गेट तक तीन किलोमीटर लंबे राजपथ का कायाकल्प, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के लिए आवास का निर्माण किया जा रहा है।
सेंट्रल विस्टा पर स्थित विरासत इमारतें जैसे संसद भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और राष्ट्रीय अभिलेखागार को संरक्षित किया जा रहा है। भारत के स्वर्णिम इतिहास को प्रदर्शित करने हेतु राष्ट्रीय संग्रहालय को नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में स्थानांतरित किया जाएगा। सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत सांसदों के कार्यालयों का निर्माण होना है। सांसदों के दफ्तरों का निर्माण करने के लिए परिवहन भवन और श्रम शक्ति भवन में स्थित कार्यालयों को अब लुटियंस दिल्ली के केजी मार्ग पर शिफ्ट किया जा रहा है।