देहरादून: ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध कर दी है। केंद्र सरकार ने अटल रैंकिंग में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को एक्सीलेंट घोषित किया है। इनोवेशन से संबंधित उपलब्धियों के लिए ग्राफिक एरा को यूनिवर्सिटी, डीम्ड यूनिवर्सिटी (प्राइवेट/ सैल्फ फाइनेंस) टेक्निकल कैटेगिरी में एक्सीलेंट की श्रेणी में रखा गया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने अटल नवाचार रैंकिंग- 2021 में ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी को एक्सीलेंट बैंड में शामिल किया है। केंद्रीय शिक्षा सचिव के संजय मुर्थी, शिक्षा मंत्रालय के चीफ इनोवेशन ऑफिसर डॉ अभय जेरे और एआईसीटीई के चेयरमैन डॉ अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने ग्राफिक एरा को अटल नवाचार रैंकिंग में राष्ट्रीय स्तर पर यह गौरवपूर्ण स्थान मिलने का प्रमाण पत्र जारी किया है। अटल नवाचार रैंकिंग 2021 में एक्सीलेंट घोषित की जाने वाली ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी उत्तराखंड राज्य की अकेली यूनिवर्सिटी है।
ग्राफिक एरा में स्थित टेक्निकल बिजनेट इन्क्यूबेटर (टीबीआई) में दुनिया की सबसे छोटी ईसीजी मशीन तैयार किए जाने से लेकर अब तक ग्राफिक एरा के शिक्षक एक के बाद एक नई खोजों के तोहफे दुनिया को दे रहे हैं। टाइड फाइड को डाइगनोस करने के लिए दुनिया में अपनी तरह की पहली किट बनाकर ग्राफिक एरा के शिक्षकों ने बिडाल टेस्ट के नतीजों को लेकर होने वाले संशयों को खत्म करने वाला उपहार दिया है। इसके बाद ग्राफिक एरा ने गन्ने के रस से सेंसर में इस्तेमाल होने वाला मैम्बरेन बनाने की तकनीक खोजने में कामयाबी पाई है और फिर नैनो कम्पोजिट मैम्बरेन बनाने की विधि खोज निकाली। केंद्र सरकार ने इन नई खोजों के पेटेंट ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के नाम से दर्ज कर लिये हैं।
ग्राफिक एरा एजुकेशनल ग्रुप के अध्यक्ष डॉ कमल घनशाला ने कहा कि ग्राफिक एरा नई खोजों के लिए शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को कई तरह से प्रोत्साहन देता है। साथ ही यूनिवर्सिटी में नई खोजों के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशालाएं, बेहतरीन सुविधाएं और उच्च शिक्षित व अनुभवी फैक्लटी हैं। उन्होंने इस गौरवपूर्ण उपलब्धि पर शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को बधाई देने के साथ ही इस दिशा में लगातार आगे बढ़ने का आह्वान किया।
कुलपति डॉ एच एन नागराजा ने कहा कि उत्तराखंड में ग्राफिक एरा में बड़े स्तर पर रिसर्च और नई खोजों का काम हो रहा है। केंद्र सरकार ने एक्सीलेंट श्रेणी देकर इस बेहतरीन कार्य पर अपनी मुहर लगाई है।