देहरादून: स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने राज्य में तत्काल रैली, समारोह और शादियों में भीड़ जुटाने पर प्रतिबंध लगाए जाने की जरूरत बताई है। विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ते संक्रमण के बीच राजनैतिक दलों को भी अपने कार्यक्रम नियंत्रित करने चाहिए। देश में राजनैतिक आयोजनों, समारोहों को कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार माना गया था। अब एक बार फिर देश के कई राज्यों में चुनाव होने हैं।
जबकि इसी बीच राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ता हुआ दिख रहा है। उधर, राज्य में संक्रमण लगातार बढ़ रहा है लेकिन कोरोना जांच में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार को राज्य के विभिन्न जिलों से महज तीन हजार के करीब सैंपल जांच के लिए भेजे गए। राज्य के छह जिले तो ऐसे थे जहां से पचास से कम सैंपल जांच के लिए भेजे गए। ऐसे में राज्य में संक्रमण की सही स्थिति का अंदाजा लग पाना बेहद कठिन हो जाएगा।
कोरोना के ओमीक्रॉन स्वरूप को लेकर बढ़ती चिंता और उत्तराखंड में लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य महानिदेशालय ने राज्य में सख्त कोविड प्रतिबंध लागू करने की जरूरत बताई है। स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से इस संदर्भ में सरकार को राय दी गई है। दरअसल राज्य में तीन सप्ताह से कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।
जबकि अब वायरस के एक नए स्वरूप को लेकर भी चिंता है। इसके बाद राज्य में हालत बिगड़ने से बचाने के लिए तत्काल पहली बार जैसे सख्त प्रतिबंधों की सिफारिश की गई है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य में संक्रमण बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बढ़ते संक्रमण को शुरूआती स्तर पर ही रोकने के लिए सख्ती जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसमें सख्ती के साथ ही आम लोगों के सहयोग की भी जरूरत है।
राज्य में इस समय कोविड जांच न्यूनतम स्तर पर हो रही है। इसके बावजूद मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। पिछले चार दिनों से राज्य में हर दिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की चिंता का विषय यह भी है कि राष्ट्रपति ड्यूटी के लिए हुई कोविड जांच में पॉजिटिव पाए गए 19 पुलिस कर्मी व कर्मचारियों में से अधिकांश पहाड़ के अलग अलग जिलों में तैनात थे। ऐसे में पहाड़ में संक्रमण को लेकर चिंता है।
स्वास्थ्य महानिदेशाल से पहले राज्य में कोविड कंट्रोल के लिए एचएनबी चिकित्सा विवि के कुलपति प्रो हेमचंद्रा की अध्यक्षता में गठित एक्सपर्ट कमेटी भी इसी तरह की सिफारिशें कर चुकी है। कमेटी ने भी कहा है कि राज्य में संक्रमण बढ़ रहा है।
राज्य में संक्रमण के दोबारा बढ़ते स्तर को देखते हुए तत्काल समारोह और राजनैतिक रैलियों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। शादी में भी भीड़ की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। नहीं तो एक बार फिर दूसरी लहर जैसी स्थतियां पैदा होने का खतरा है। सख्त कदम उठाने जरूरी हैं।