प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी द्वारा सैन्यधाम निर्माण के सम्बन्ध में बैठक लेकर आवश्यक कार्यवाही तेज करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये. विधान सभा में बैठक लेते हुए उन्होने कहा कि कोविड संक्रमण को देखते हुए उपनल के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं में विशेष सहयोेग मिलेगा. सैन्यधाम के लिए भूमि स्थानान्तरण की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिये. सैन्यधाम के लिए उपलब्ध भूमि पर उपनल भवन भी बनाया जायेगा. इसके लिए रोड मैप तैयार कर लिया गया है.
बैठक में मा0 मंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड सैनिकों की भूमि है और लगभग भारत का हर पाँचवा सैनिक उत्तराखण्ड से है. इसी को देखते हुए हमारी सरकार सैनिकों के सम्मान तथा उनके कल्याण हेतु महत्वपूर्ण निर्णय ले रही है. जिसमे उत्तराखण्ड का पाॅचवा धाम सैन्यधाम की स्थापना का निर्णय लिया जा चुका है तथा अब सरकार द्वारा निर्णय लिया जा रहा है कि प्रथम विश्व युद्ध से लेकर अब तक जितने भी उत्तराखण्ड के सैनिक शहीद हुए है उनके घर जाकर एक सम्मान पत्र सम्बन्धित परिवार को दिया जायेगा और उनके घर से मिटटी लेकर सैन्यधाम में लेकर आयेंगे.
बैठक में मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोविड संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं में कहीं भी कमी नही आनी चाहिए, जहां भी कार्मिकों की आवश्यकता हो वहाॅ उपनल कार्मिकों को तत्काल उपलब्ध कराया जाय. मा0 मंत्री जी ने अवगत कराया कि 1300 कार्मिकों की मांग स्वास्थ्य सेवा के लिए आयी थी जिसमें से अभी तक 800 कर्मिकों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए जनपदों में भेजे जा चुके है.
बैठक में उन्होने कहा कि उपनल का उद्देश्य सैनिकों व सैनिक परिवार को रोजगार देना है. इस सम्बन्ध में भी आवश्यक कार्यवाही की जा रही है.
इस अवसर पर बैठक में प्रमुख सचिव एल फैनई, सचिव राजस्व, सुशील कुमार, एमडी उपनल बिग्रेडियर पी.पी. एस. पाहवा सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे.