देहरादून। उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं को हर घर तक पहुँचाने के उद्देश्य से चलाए जा रहे “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान” ने महज़ दो सप्ताह में ही बड़ी सफलता हासिल की है। अभियान के तहत राज्यभर में आयोजित स्वास्थ्य शिविरों के जरिए अब तक 11,68,228 लोगों ने जांच, उपचार और परामर्श सेवाओं का लाभ उठाया है। यह अभियान न सिर्फ उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ा रहा है, बल्कि महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देकर भविष्य की पीढ़ियों को भी मजबूत बना रहा है। अभियान के अंतर्गत अब तक 19,535 स्वास्थ्य शिविर (स्क्रीनिंग व स्पेशियलिटी कैम्प) आयोजित किए गए। इन शिविरों में विभिन्न गंभीर बीमारियों की जांच कर लोगों को समय पर उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।
अब तक 5,15,680 लोगों की हाई ब्लड प्रेशर और 4,86,821 लोगों की डायबिटीज जांच की गई है। इसके साथ ही 4,39,531 लोगों की कैंसर जांच (मुख, ग्रीवा और स्तन) भी की गई है। 1,70,950 लोगों की एनीमिया जांच की गई, वहीं बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए 1,35,960 बच्चों को वैक्सीन डोज़ दी गई है। अभियान के तहत 85,131 गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच कराई गई है। साथ ही 91,360 लोगों की क्षय रोग (टीबी) जांच की गई, जिससे समय पर उपचार संभव हो सका। स्वास्थ्य परामर्श सेवाओं का भी व्यापक प्रभाव देखने को मिला और अब तक 6,14,296 लोगों को विभिन्न विषयों पर काउंसलिंग प्रदान की गई। लोगों को इस अभियान से जोड़ने के लिए 9,177 लोगों ने निक्षय मित्र के रूप में पंजीकरण कराया है। वहीं 64,966 रक्तदाताओं ने ई-रक्तकोष पोर्टल पर पंजीकरण किया और 8,641 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया।
अभियान के अंतर्गत अब तक 11,358 आयुष्मान/पीएम-जय कार्ड जारी किए गए हैं, जिससे गरीब और जरूरतमंद मरीजों को निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल सकें। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ निजी संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों और केंद्रीय सरकारी इकाइयों द्वारा भी शिविर आयोजित किए गए, जिनमें 41,118 लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान की गईं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि “स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान उत्तराखंड को स्वस्थ और सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। हमारी सरकार का संकल्प है कि प्रदेश का कोई भी नागरिक इलाज से वंचित न रहे। इस अभियान ने अल्प समय में ही जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वह जनभागीदारी और हमारे स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत का परिणाम है।” स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि “अभियान का उद्देश्य सिर्फ जांच तक सीमित नहीं है, बल्कि समय पर इलाज और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी है। स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम ने गांव-गांव, दूरस्थ इलाकों तक सेवाएं पहुँचाकर यह साबित कर दिया है कि उत्तराखंड स्वास्थ्य के क्षेत्र में देश के लिए एक मॉडल बन सकता है।”
स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियानः उत्तराखंड में 11.7 लाख से अधिक लोग हुए लाभान्वित
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