13.7 C
Dehradun
Thursday, November 13, 2025

जानें उत्तराखंड में क्यों मनाया जाता हरेली का त्यौहार

उत्तराखंड में कई लोकपर्व मनाए जाते हैं। राज्य का इतिहास प्रकृति से जुड़ा है और अधिकतर त्योहार प्रकृति को समर्पित किए जाते हैं। उनके से एक हैं हरेला पर्व, जो 17 जुलाई को मनाया जाएगा। हरेला पर्व कर्क संक्रांति को श्रावण मास के पहले दिन मनाया जाता है। उत्तराखंड के लोग त्योहार के ठीक 10-11 दिन पहले हरेला बोते हैं।

लोग हरेला ( एक पौधे) घरों में ही लगाया जाता है। वैसे हरेला पर्व साल में तीन बार मनाया जाता है। पहला – चैत्र मास, दूसरा – सावन मास और तीसरा – आश्विन (क्वार) मास में।हरेला उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में प्रमुखता से मनाया जाता है। इस दिन हरेला की शुभकामनाएं देकर बुजुर्ग बच्चों को आशीर्वाद देते हैं। इस दिन हम लोग पौधे लगाते हैं।

भगवान शिव के साथ है गहरा रिश्ता

उत्तराखंड में हरेले से सावन का महीना शुरू होता है। जैसे की सावन भगवान शिव का प्रिय मास है। हरेल पर्व के दौरान शिव परिवार की पूजा होती है। इस पर्व को शिव पार्वती के विवाह के रूप में भी मनाया जाता है। इसके अलावा कुछ लोक मान्यता भी हरेले पर्व को लेकर है। घरों में बोया हुआ हरेला जितना बड़ा होगा, कृषि में उतना ही फायदा देखने को मिलेगा। वैसे तो हरेला को हर घर में बोया जाता है लेकिन कुछ गांव में सामूहिक रूप से ग्राम देवता के मंदिर में भी हरेला बोया जाता है।

मंदिर में हरेले को बोया जाता है। मिश्रित अनाज को देवस्थान में उगाकर कर्क संक्रांति के दिन हरेला काटा जाता है। जिस तरह मकर संक्रांति से सूर्य भगवान उत्तरायण हो जाते हैं और दिन बढ़ने लगते हैं, वैसे ही कर्क संक्रांति से सूर्य भगवान दक्षिणायन हो जाते हैं। कहा जाता है कि इस दिन से दिन रत्ती भर घटने लगते है। इस तरह रात बड़ी होती जाती हैं।

कुमाऊं के विशेष त्योहार

हरेला बोने के लिए लोग घर के पास साफ जगह से मिट्टी निकाल कर सुखाई जाती है और उसे छानकर रख लिया जाता है। हरेला बोने के लिए धान, मक्की, उड़द, गहत, तिल और भट्ट साथ में मिलाया जाता है इसे मंदिर के कोने में रखा जाता है। इसे बोने से लेकर देखभाल तक घर की महिलाएं करती हैं। इस दिन पकवान बनाए जाते हैं। पर्व के दिन हरेले में से कुछ भाग छत पर रखे जाते हैं। घर में बड़े छोटों को हरेला लगाते हैं और आर्शीवाद देते हैं। इसके अलावा रिश्तेदारी में भी हरेला भेजा जाता है जिस तरह से दिवाली में प्रसाद बांटा जाता है।

spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img

Latest Articles

केंद्र सरकार ने की पुष्टि…दिल्ली धमाका ‘आतंकी घटना’, कैबिनेट ने इसको लेकर पास किया...

0
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की कैबिनेट बैठक में लाल किले के पास हुए धमाके को आतंकी घटना करार...

निर्यात बढ़ाने के लिए बड़ा फैसला, कैबिनेट से 25060 करोड़ रुपये के निर्यात संवर्धन...

0
नई दिल्ली: कैबिनेट ने इस वित्त वर्ष से शुरू होने वाले छह वर्षों के लिए 25,060 करोड़ रुपये के निर्यात संवर्धन मिशन को मंजूरी...

मदरसा शिक्षकों की नियुक्ति में बदले नियम, अब शिक्षा चयन आयोग करेगा इनकी भर्ती;...

0
लखनऊ : यूपी में अनुदानित मदरसों में अब उनका मैनेजमेंट शिक्षकों की भर्ती नहीं कर सकेगा। भर्ती का यह अधिकार उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा...

नोएडा जेल से निठारी हत्याकांड में आरोपी सुरेंद्र कोली की रिहाई, सुप्रीम कोर्ट ने...

0
नोएडा: नोएडा के सबसे चर्चित निठारी हत्याकांड में आरोपी सुरेंद्र कोली की आज रिहाई हो गई है। बीते मंगलवार को रिहाई नहीं हुई थी।...

मुख्यमंत्री ने प्रदान की विभिन्न विकास योजनाओं के लिए 81.52 करोड की वित्तीय स्वीकृति

0
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा मिसिंग लिंक फंडिंग कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद चमोली के गोपीनाथ मंदिर मार्ग का स्थानीय शैली के माध्यम से...