22.3 C
Dehradun
Thursday, October 16, 2025

‘मेरा राजनीतिक करियर गांधी परिवार ने बनाया और बिगाड़ा’: मणिशंकर अय्यर

नई दिल्ली। दिग्गज कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने गांधी परिवार पर अपने राजनीतिक करियर को बनाने और बिगाड़ने की बात कही है। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि 10 साल तक उन्हें कांग्रेस के मुख्य नेता रहे राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिलने और बातचीत करने का मौका तक नहीं मिला।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि उनके जीवन की विडंबना यह है कि उनका राजनीतिक करियर ‘गांधी परिवार ने बनाया और बिगाड़ा’। मणिशंकर अय्यर ने आगे यह भी कहा कि 10 साल तक उन्हें सोनिया गांधी से आमने-सामने मिलने या राहुल गांधी के साथ कोई भी बातचीत का मौका नहीं मिला, सिवाय एक बार के।
जगरनॉट प्रकाशक की तरफ से प्रकाशित अपनी आगामी पुस्तक ‘ए मेवरिक इन पॉलिटिक्स’ पर बातचीत करते हुए मणिशंकर अय्यर ने कहा कि उनके पास ‘सब कुछ था’ लेकिन, आखिरकार, वह ‘पार्टी में पूरी तरह से अलग-थलग’ हो गए थे। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह अभी भी पार्टी के सदस्य हैं और उन्होंने जोर देकर कहा, ‘मैं कभी नहीं बदलूंगा, और निश्चित रूप से भाजपा में नहीं जाऊंगा’।
वहीं गांधी परिवार से संरक्षण के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘यदि आप एक व्यक्ति के रूप में राजनीति में सफल होना चाहते हैं, तो आपके पास एक बहुत मजबूत आधार होना चाहिए। या तो आपके पास एक निर्वाचन क्षेत्र हो जहां आप पराजित न हुए हों या आप अपराजित न हों, या आपके पास एक जातिगत आधार हो या आपके पास एक धार्मिक आधार हो। मेरे पास इनमें से कुछ भी नहीं था।’
उन्होंने आगे कहा, ‘मेरे पास केवल संरक्षण था। मुझे (पूर्व) प्रधानमंत्री राजीव गांधी का समर्थन प्राप्त था। फिर मुझे सोनिया गांधी का समर्थन प्राप्त था। लेकिन राजनीति में रहने का यह बहुत ही अनिश्चित आधार है। इसलिए जब 2010 में सोनिया गांधी मुझसे नाराज हुईं, तो वह संरक्षण वापस ले लिया गया। और फिर भी पूरी तरह से वापस नहीं लिया गया। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर, उनके लिए उनका कुछ स्नेह बना हुआ था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘इसलिए यह बहुत धीमी गिरावट थी। लेकिन यह गिरावट करीब 15 साल की अवधि में हुई… और फिर, जब राहुल गांधी आए, तो मुझे लगा कि यह ऊपर जाएगा। क्योंकि उन्होंने मुझसे कहा कि जहां वे मुझसे 75 प्रतिशत सहमत थे, वहीं उन्होंने कहा ‘अब मैं आपसे 100 प्रतिशत सहमत हूं’।’ ‘और फिर उन्होंने अपनी मां से मुझे कांग्रेस में एकमात्र पद से हटाने के लिए कहकर यह साबित कर दिया कि वे मुझसे 100 प्रतिशत सहमत हैं, जो कि राजीव गांधी के नाम पर पार्टी के पंचायती राज संगठन का राष्ट्रीय संयोजक था। और फिर मुझसे मिलने से इनकार कर दिया, या ज्यादातर समय मुझसे मिलने से इनकार कर दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि आज मैं पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गया हूं।’
मणिशंकर अय्यर ने कहा कि जिस परिवार ने उन्हें अवसर दिया, उसी ने उनसे वह अवसर छीन लिया। उन्होंने कहा, ‘इसका कारण यह है कि मेरे पास सब कुछ है। मैं सत्ता पक्ष में संसद सदस्य रहा हूं। मैं विपक्ष में भी संसद सदस्य रहा हूं। मैं मंत्री रहा हूं। मैं मंत्रालय से बाहर रहा हूं और अभी भी सांसद हूं। इसलिए मेरे पास सब कुछ है। लेकिन आखिरकार, मैं पार्टी में पूरी तरह से अलग-थलग हूं।’
वरिष्ठ नेता ने कहा कि 10 साल तक उन्हें सोनिया गांधी से आमने-सामने की मुलाकात या राहुल गांधी के साथ कोई सार्थक बातचीत करने का मौका नहीं मिला। उन्होंने कहा, ‘मैंने प्रियंका के साथ दो मौकों को छोड़कर कभी बात नहीं की। और वह मुझसे फोन पर बात करती हैं, इसलिए मैं उनके संपर्क में हूं। इसलिए मेरे जीवन की विडंबना यह है कि मेरा राजनीतिक करियर गांधी परिवार की तरफ से बनाया गया और गांधी परिवार की तरफ से ही बर्बाद किया गया।’

spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img

Latest Articles

पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच 48 घंटे का संघर्ष विराम; ताजा झड़प में 50...

0
इस्लामाबाद/काबुल। पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर तनाव बढ़ा हुआ है। मंगलवार की रात सीमा पर ताजा झड़प में दर्जनों सैनिकों सहित नागरिक भी...

महागठबंधन में रार, कांग्रेस ने सीट शेयरिंग के पहले इन सीटों पर बांटे सिंबल;...

0
नई दिल्ली: महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अब तक सहमति नहीं बन सकी है। राजद, कांग्रेस और अन्य सहयोगी दलों के बीच...

बिहार विधानसभा चुनाव: भाजपा ने जारी की 18 उम्मीदवारों की तीसरी सूची

0
नई दिल्ली: बिहार के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी कर दी है। तीसरी सूची में...

इंदौर में किन्नरों का हंगामा, 20 से ज्यादा ने पीया फिनाइल

0
इंदौर: इंदौर के नंदलालपुरा क्षेत्र में चल रहे किन्नरों के आपसी विवाद के बाद एक गुट के करीब 22 किन्नरों ने फिनाइल पीकर आत्महत्या...

त्योहारी सीजन में मिलावटखोरों पर शिकंजा

0
देहरादून। दीपावली और अन्य त्योहारी पर्वों को देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने प्रदेशभर में मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ़ बड़ा अभियान शुरू किया है।...