नौ सूत्री मांगों को लेकर एनएचएम के संविदा कर्मचारियों के तेवर तल्ख बने हुए हैं. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संगठन के बैनर तले कर्मचारी अभी काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं. वह तीन दिन से आधा दिन काम पर और आधा दिन होम आइसोलेशन में हैं. पर एक और दो जून को वह दिनभर कार्य से विरत रहकर होम आइसोलेशन पर रहेंगे. इससे कोविड व विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों से जुड़े कार्य प्रभावित हो सकते हैं. वहीं, लॉयल्टी बोनस को लेकर एनएचएम के प्रभारी अधिकारी (मानव संसाधन) द्वारा जारी पत्र पर भी संविदाकर्मचारियों ने कड़ी आपत्ति संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सुनील भंडारी ने कहा कि लॉयल्टी बोनस को लेकर भारत सरकार ने पूर्व में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके कर्मचारियों को 10 प्रतिशत और पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके कर्मचारियों को 15 प्रतिशत एक्सपीरियंस बोनस दिया जाए, लेकिन मिशन प्रबंधन ने सोमवार को आनन-फानन आधा-अधूरा आदेश निर्गत कर दिया गया है.
ये है मामला
इसमें दस प्रतिशत की जगह 4.5 प्रतिशत व पंद्रह प्रतिशत की जगह 6.75 प्रतिशत एक्सपीरियंस बोनस दिए जाने की बात कही गई है. उन्होंने कहा कि लॉयल्टी बोनस की मांग पर यह कर्मचारियों के साथ छलावा है. उन्होंने बताया कि प्रदेशभर के एनएचएम संविदा कर्मचारी एक व दो जून को पूरे दिन होम आइसोलेशन पर रहेंगे. अति आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी भी इसमें शामिल रहेंगे. उन्होंने कहा कि एनएचएम कर्मी क्वारंटाइन सेंटर, सैंपलिंग ड्यूटी, रिपोर्टिंग, सर्विलांस, आइसोलेशन किट वितरण, टीकाकरण आदि में ड्यूटी कर रहे हैं. जोखिम के बीच कार्य करते हुए भी सरकार और विभाग उनकी सुध लेने को तैयार नहीं हैं, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है. आगे की क्या रणनीति होगी, इस पर एक जून को विचार किया जाएगा.