अगले साल पंजाब में विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनावों से कुछ महीने पहले ही कांग्रेस ने पंजाब में कई बड़े फेरबदल किए हैं। जिसमें सबसे बड़ा फेरबदल सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की हटाना था। इस दौरान कांग्रेस ने अपने राज्य इकाई को अध्यक्ष को भी बदला है। अब पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू हैं। लेकिन शुक्रवार को कांग्रेस में पंजाब को लेकर एक और बड़ा बदलाव किया है।
कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब कांग्रेस प्रभारी को बदल दिया है। पार्टी ने सीनियर कांग्रेस नेता हरीश रावत की जगह राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का तत्काल प्रभाव से प्रभारी नियुक्ति किया है। वहीं पार्टी की ओर से जारी लेटर में कहा गया है कि, हरीश रावत कांग्रेस कार्यकारणी के अध्यक्ष बने रहेंगे।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व हरीश रावत ने फेसबुक पर एक सार्वजनिक पोस्ट लिखते हुए कहा था कि मैं आज एक बड़ी उहापोह से उबर पाया हूंँ। एक तरफ जन्मभूमि के लिए मेरा कर्तव्य है और दूसरी तरफ कर्म भूमि पंजाब के लिए मेरी सेवाएं हैं, स्थितियां जटिलत्तर होती जा रही हैं। क्योंकि ज्यौं-जयौं चुनाव आएंगे, दोनों जगह व्यक्ति को पूर्ण समय देना पड़ेगा। कल उत्तराखंड में बेमौसम बारिश ने जो कहर ढाया है, मैं कुछ स्थानों पर जा पाया लेकिन आंसू पोछने मैं सब जगह जाना चाहता था। मगर कर्तव्य पुकार, मुझसे कुछ और अपेक्षाएं लेकर के खड़ी हुई।
मैं जन्मभूमि के साथ न्याय करूं तभी कर्मभूमि के साथ भी न्याय कर पाऊंगा। मैं, पंजाब_कांग्रेस और पंजाब के लोगों का बहुत आभारी हूंँ कि उन्होंने मुझे निरंतर आशीर्वाद और नैतिक समर्थन दिया। संतों, गुरुओं की भूमि, नानक देव जी व गुरु गोविंद सिंह जी की भूमि से मेरा गहरा भावात्मक लगाव है। मैंने निश्चय किया है कि, लीडरशिप से प्रार्थना करूं कि अगले कुछ महीने मैं उत्तराखंड को पूर्ण रूप से समर्पित रह सकूं। इसलिए पंजाब में जो मेरा वर्तमान दायित्व है, उस दायित्व से मुझे अवमुक्त कर दिया जाय।