टिहरी: ओणी गांव में विदेशी प्रतिनिधियों का स्वागत उत्तराखंड की पारंपरिक शैली में किया गया | ओंणी गांव आगमन पर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं एवं वाद्य यंत्र के कलाकारों द्वारा आत्मीयता से डेलीगेट्स का टीका लगाकर, तुलसी की माला पहनाकर तथा ढोल, दमाऊ, माशकबाज, रणसिंघा की प्रस्तुति देकर जोरदार स्वागत किया गया।
औणी गांव में विदेशी प्रतिनिधियों ने गांव की आंगनबाड़ी केन्द्र, नरेंद्र नगर फॉरेस्ट डिविजन शिवपुरी रेंज द्वारा स्थापित इंटरप्रिटेशन सेंटर, पंचायत भवन, बर्तन बैंक, ग्रामीण बचत बैंक शासकीय प्राथमिक विद्यालय, दुग्ध उत्पादन केंद्र, पॉलीहाउस तथा मिलेट सेंटर का भ्रमण किया | इस दौरान विदेशी मेहमान उत्तराखंड की लोक संस्कृति, ग्रामीण परिवेश, जीवन शैली, पारंपरिक लोक कला, जैविक खेती आदि से भी रूबरू हुए।
विदेशी प्रतिनिधियों ने आणी गांव के पंचायत भवन में ग्राम सभा की बैठक में भाग लिया तथा केंद्र तथा राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण विकास हेतु संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त की | विदेशी प्रतिनिधियों ने आंगनबाड़ी केंद्र में छोटे बच्चों एवम गर्भवती महिलाओं के लिए संचालित गतिविधियों को देखा तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी प्राप्त की |
विदेशी प्रतिनिधियों ने नरेंद्र नगर डिवीजन के शिवपुरी रेंज द्वारा स्थापित इंटरप्रिटेशन सेंटर में वन विभाग तथा ग्रामीणों की बैठक में भाग लिया | बैठक में वन अधिकारी आणी गांव के ग्रामीणों को वन अधिकार अधिनियम 2006 की जानकारी दे रहे थे तथा उनकी समस्याएं सुन रहे थे | यहां पर विदेशियों ने पौधारोपण भी किया |
विदेशी प्रतिनिधियों ने गांव में स्थापित बर्तन बैंक का भी निरीक्षण किया | इस बर्तन बैंक का उपयोग ग्रामीण बड़े निजी एवं सार्वजनिक आयोजनों में सहभागिता के आधार पर करते हैं | विदेशी प्रतिनिधियों ने औणी गांव के ग्रामीण बचत केंद्र का भी भ्रमण किया तथा केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा ग्रामीणों के लिए संचालित विभिन्न ऋण एवं बचत योजनाओं की जानकारी ली |
गांव के प्राथमिक विद्यालय में विदेशी प्रतिनिधियों ने स्कूली बच्चों से मुलाकात की तथा माध्यहन भोजन की व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की | विदेशी प्रतिनिधियों ने गांव में स्थापित मिलेट सेंटर में उत्तराखंड के स्थानीय अनाजों, गोट फार्मिंग, मत्स्य पालन तथा पारंपरिक चक्की आदि का अवलोकन किया | भ्रमण के बाद गांव मे ही विदेशी प्रतिनिधियों ने भोजन किया तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम का अवलोकन किया | विदेशी प्रतिनिधियों को राज्य का स्थानीय भोजन परोसा गया | सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत बांसुरी वादक तिलक विश्वास तथा तबला मास्टर संतोष कुमार द्वारा किया गया। इसके साथ ही सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा गढ़ वंदना, थाड्या, चोफला, संतूर वादन की प्रस्तुति दी गई।