29.5 C
Dehradun
Monday, July 14, 2025

श्री हेमकुंड साहिब के लिए गुरुद्वारा ऋषिकेश से संगत रवाना, 22 मई को खुलेंगे कपाट

ऋषिकेश: श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। आज ऋषिकेश स्थित गुरूद्वारा से हेमकुंड साहिब के लिए संगतो को रवाना किया गया। गुरूद्वारा परिसर ऋषिकेश में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन शुरू हुए। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने गुरूद्वारा में मत्था टेका और गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए।

लक्ष्मण झूला रोड पर स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट ने अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री हेमकुंड यात्रा हेतु व्यापक तैयारियां की गयी है। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संगतों को हेमकुंड साहिब यात्रा की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो वह कई बार इस यात्रा के प्रारंभ होने के मौके पर आते रहे हैं लेकिन यह पहला मौका है जब वे बतौर मुख्य सेवक के रूप में शामिल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना गुरुकृपा के कुछ भी नहीं होता। प्रदेश में चार धाम यात्रा के साथ ही हेमकुण्ड यात्रा शुरू हो रही है। इस बार पिछले सालों की तुलना में कई गुना अधिक यात्री चार धाम यात्रा में पहुंचे हैं, सरकार सुरक्षित चार धाम एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का संकल्प है कि प्रदेश में आने वाले हर एक श्रद्धालु सुरक्षित आए और दर्शन करके सुरक्षित वापस लौटे।

मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी हो रही हो, डॉक्टर की सलाह के बिना यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का भव्य पुनर्निर्माण कार्य हुआ है। अब बदरीनाथ धाम का काम जारी है। उन्होंने कहा कि बनारस में काशी विश्वनाथ हो या अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, ये सब प्रधानमंत्री जी के दृढ़ संकल्प और आस्था का ही परिणाम है कि इन सभी मंदिरों का भव्य और दिव्य स्वरूप देश दुनिया के सामने दिख रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही सहयोग से हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर रोपवे बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि चार धाम हेमकुंड साहिब के अलावा कुमाऊं क्षेत्र और गढ़वाल क्षेत्र के अन्य धार्मिक स्थानों का भी सर्किट विकसित किए जाएं। उन्होंने कहा कि पर्यटन को आर्थिकी का मजबूत स्रोत बनाने के लिए प्रदेश में होम स्टे मॉडल को विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में अब तक लगभग 3600 होम स्टे रजिस्टर्ड हो चुके हैं।

spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img
spot_img

Latest Articles

भारत की न्याय व्यवस्था सिर्फ देश की सीमाओं तक सीमित नहीं: जस्टिस सूर्यकांत

0
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने कहा कि भारत की न्याय व्यवस्था सिर्फ देश की सीमाओं तक सीमित नहीं है। देश...

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की वापसी 15 जुलाई को

0
नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी तय हो गई है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार...

7 जुलाई से लापता त्रिपुरा की छात्रा स्नेहा देबनाथ की लाश यमुना में मिली

0
दिल्ली। महरौली थाना क्षेत्र स्थित पर्यावरण कॉम्प्लेक्स से सात जुलाई को लापता हुई 24 वर्षीय युवती स्नेहा देबनाथ की लाश बरामद हुई है। त्रिपुरा...

बहरूपियों के चेहरे से नकाब हटाता ऑपेरशन कालनेमि

0
देहरादून। एसएसपी देहरादून अजय सिंह के नेतृत्व में ढोंगी बाबाओं के विरुद्ध दून पुलिस ने बड़ी कार्यवाही की। अभियान के तीसरे दिन अलग-अलग थाना...

आईआईएम काशीपुर में प्रबंधन के गुर सीखेंगे प्राचार्यः डॉ. धन सिंह रावत

0
देहरादून: सूबे के राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्यों को भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) काशीपुर में प्रबंधन व नेतृत्व के गुर सिखाये जायेंगे। आईआईएम काशीपुर व...