प्रदेश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ऑन लाइन और ऑफ लाइन दोनों मोड़ में जारी रहेगी. ताकि छात्रों की पढ़ाई में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न न हो. इस संबंध में उच्च शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को शीघ्र निर्देश जारी करने के आदेश दे दिए हैं. उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि जिस तरह से राज्य में कोरोना का प्रभाव बढ़ता जा रहा है उसको देखते हुए उच्च शिक्षा के अंतर्गत छात्र-छात्राओं की पढ़ाई ऑफ एवं ऑन लाइन दोनों मोड़ में कराने का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया है कि प्रमुख सचिव को इस संबंध में शीघ्र आदेश जारी करने के निर्देश दिए गए हैं. ताकि राज्य के समस्त निजी एवं सरकारी विश्वविद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्रों की दोनों मोड़ में पढ़ाई जारी रखी जा सकेगी.
उन्होने बताया कि विज्ञान वर्ग एवं प्रयोगात्मक विषय के छात्र-छात्राएं अपने संस्थानों में आ कर पढ़ाई कर सकेंगे जबकि अन्य विषय के छात्र-छात्राएं घर बैठे भी ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे. दोनों मोड़ो में पढ़ाई सुनिश्चित कराने के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर कुलपति मॉनिटरिंग करेंगे एवं राजकीय महाविद्यालय स्तर पर निदेशक उच्च शिक्षा मॉनिटरिंग कर शासन को प्रत्येक माह अपनी रिपोर्ट प्रेषित करेंगे. इसी प्रकार राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने संस्थान की रिपोर्ट निदेशक उच्च शिक्षा को प्रस्तुत करेंगे. सभी 106 महाविद्यालयों में से 94 महाविद्यालयों को 4जी कनेक्टिविटी से जोड़ दिया है. शेष महाविद्यालयों को भी 30 अप्रैल तक 4जी कनेक्टिविटी से जोड़ दिया जाएगा. उच्च शिक्षा मंत्री ने आगे बताया कि सभी राजकीय विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में पुस्तकालय, बिजली, पेयजल, स्मार्ट क्लास, ई-बोर्ड, ई-लाइब्रेरी, कम्प्यूटर, आधुनिक प्रयोगशाला उपकरण, फर्नीचर आदि 14 चिन्हित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई है.