नई दिल्ली। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके तीन दिवसीय भारत दौरे पर हैं। जहां उन्होंने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति के अलावा केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की है। वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को श्रीलंका की यात्रा करने का निमंत्रण दिया है। जिसे पीएम मोदी की ओर से स्वीकार किया गया है। श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं। उनके दौरे और पीएम मोदी के साथ बैठक को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉफ्रेंस की। उन्होंने बताया कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के श्रीलंका की यात्रा करने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि द्विपक्षीय बैठक के दौरान राष्ट्रपति दिसानायके ने पीएम को निमंत्रण दिया। विदेश सचिव ने कहा कि राजनयिक चैनलों के माध्यम से तारीखों को अंतिम रूप दिया जाना बाकी है। उन्होंने आगे बताया कि, दोनों दोशों के नेताओं के बीच व्यापक चर्चा हुई और इस बात पर सहमति व्यक्त की गई है कि मछुआरों से संबंधित मुद्दों को मानवीय दृष्टिकोण से निपटाया जाना चाहिए क्योंकि ये आजीविका से संबंधित मुद्दे हैं किसी भी परिस्थिति में बल प्रयोग से बचना चाहिए।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने आगे कहा, वर्तमान यात्रा का उद्देश्य इस बहुत मजबूत साझेदारी का विस्तार करना और इसकी सीमाओं को और आगे ले जाना है। राष्ट्रपति दिसानायके ने ऋण पुनर्गठन को अंतिम रूप देने और श्रीलंका में विकास परियोजनाओं को शुरू करने के लिए अनुदान सहायता के प्रावधान में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए भारत को धन्यवाद दिया। विशेष रूप से, उन्होंने श्रीलंका में 7 पूर्ण हो चुकी ऋण परियोजनाओं से संबंधित भुगतानों को निपटाने के लिए 20.66 मिलियन डॉलर की अनुदान सहायता के लिए भारत को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने श्रीलंका के आर्थिक स्थिरीकरण प्रयासों में समर्थन देने के लिए हमारी निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति दिसानायके को यह भी आश्वासन दिया कि भारत का दृष्टिकोण निवेश आधारित और अनुदान उन्मुख होगा।
विदेश सचिव ने कहा, ‘हमने अपनी हवाई और समुद्री कनेक्टिविटी को बढ़ाया है। अब हम ऊर्जा कनेक्टिविटी योजनाओं पर काम कर रहे हैं, जिसमें इंटर ग्रिड कनेक्टिविटी, दोनों देशों के बीच एक बहु-उत्पाद पेट्रोलियम पाइपलाइन, एलएनजी की आपूर्ति शामिल है, डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में श्रीलंका ने UPI सेवाओं की शुरुआत के माध्यम से एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है।’
विक्रम मिस्री ने कहा, ‘श्रीलंका के राष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह दिसानायके की पहली यात्रा है। यह तथ्य कि उन्होंने पद संभालने के बाद भारत को अपना पहला विदेशी गंतव्य चुना है, यह दर्शाता है कि श्रीलंका भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को कितना महत्व देता है। श्रीलंका भारत का सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी भी है, और भारत की पड़ोस पहले नीति और भारत के विजन सागर का एक अभिन्न अंग रहा है। भारत ने बार-बार दिखाया है कि वह श्रीलंका के लिए एक विश्वसनीय भागीदार और भरोसेमंद दोस्त है, भारत हमेशा से ही सबसे पहले मदद करने वाला देश रहा है। राष्ट्रपति दिसानायके ने भारत के समर्थन के लिए, विशेष रूप से 2022-2023 में 4 बिलियन डॉलर की सहायता के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया… भारत आईएमएफ के साथ अपने जुड़ाव के माध्यम से श्रीलंका के लिए इस वित्तीय स्थिरीकरण प्रयास में शामिल है… हम श्रीलंका के सबसे बड़े व्यापार भागीदार, पर्यटकों और निवेश का सबसे बड़ा स्रोत हैं।’