मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शासन के उच्चाधिकारियों को पत्रावलियों का निस्तारण समयबद्धता के साथ सुनिश्चित करने के निर्देश दिये हैं. उन्होंने अधिकारियों से मेहनत, ईमानदारी एवं पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों के निर्वहन की भी अपेक्षा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य कार्यो को उलझाने का नही बल्कि उन्हें सुलझाना होना चाहिए. सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आईएएस, आईपीएस और आईएफएस एशोसियेशन के सदस्यों ने भेंट की. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय प्रशासनिक सेवा देश की सबसे बड़ी सेवा है. शासन व्यवस्था का अनुभव आपको है. शासन में बैठे अधिकारियों से जनता की उम्मीदे जुड़ी होती है. जनता से जुड़े कार्यों का त्वरित निस्तारण समयबद्धता के साथ हो इसके लिये प्रभावी व्यवस्था बनायी जाने की उन्होंने जरूरत बतायी. उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि योजनाओं के क्रियान्वयन से सम्बन्धित प्रक्रिया शीघ्र धरातल पर दिखाई दे इसकी भी पहल की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम सबको एक परिवार की तरह राज्य के विकास में सहयोगी बनाना होगा. उन्होंने अधिकारियों से शासकीय कार्यप्रणाली एवं प्रक्रियाओं में आवश्यक सुधार आदि के लिये सुझाव भी आमंत्रित किये है.
इधर आईपीएस अधिकारियों से मुलाकात के दौरान सीएम धामी ने प्रदेश में ड्रग्स की रोकथाम के लिये कारगर प्रयासों की जरूरत बतायी है. उन्होंने पुलिस ट्रेनिंग पर ध्यान देने के साथ ही पुलिस कांस्टेबलों एवं वाहन चालकों के रिक्त पदों पर भर्ती का प्रस्ताव भी शासन को भेजने को कहा है. DGP ने पुलिस कर्मियों के ग्रेड वेतन एवं नियमावली के परीक्षण के लिये कैबिनेट उप समिति के गठन के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया.
इधर IFS अधिकारियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में मानव वन्य जीव संघर्ष को कम करने के लिये कारगर रणनीति तैयार करने के भी निर्देश वन विभाग के अधिकारियों को दिये हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से प्रमुख वन संरक्षक राजीव भरतरी के नेतृत्व में भारतीय वन सेवा के अधिकारियों ने भेंट की. मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों से वन भूमि हस्तान्तरण के मामलों में अनावश्यक विलम्ब न किये जाने की अपेक्षा की. उन्होंने कहा कि वन भूमि हस्तान्तरण के प्रकरणों में विलम्ब होने से विकास कार्यो को पूर्ण करने में अनावश्यक विलम्ब हो रहा है.