देहरादून: ऊधम सिंह नगर जिले की गदरपुर सीट से पांचवी बार के विधायक अरविंद पांडे मंत्रीमंडल में स्थान पाने से वंचित रह गए हैं। वह पिछली भाजपा सरकार में तेजतर्रार शिक्षा मंत्री भी रह चुके हैं।
कल कैबिनेट में नाम ना आने के बाद आज सुबह अरविंद पांडे ने अपना आवास स्वयं ही खाली कर दिया उनसे मिलने उनके कई समर्थक सुबह से ही आवास पर पहुंच रहे थे। आवास छोड़ने से पहले अरविंद पांडे ने अपने स्टाफ के कर्मचारियों के साथ ब्रेकफास्ट किया। ब्रेकफास्ट करते समय कर्मचारी भावुक नजर आए। इस दौरान अरविंद पांडे की आंखे भी भर आई। वरना सामान्य तौर पर देखा जाता है कि कई नेता हारने अथवा किसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी पर ना होने के बावजूद भी अपना सरकारी बंगला नहीं छोड़ते हैं। विधायक अरविंद पांडे के इस कदम की सभी तारीफ़ कर रहे है।
पांचवी बार विधायक चुनकर आने के बाद भी कैबिनेट में अरविंद पांडे मंत्री नहीं बनाया गया। पिछले सरकार में पांडे ने शिक्षा मंत्री और पंचायतराज मंत्री के रूप में काम किया। इस बार भी उम्मीद थी कि उनको कैबिनेट में स्थान मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
वही अरविंद पांडे ने कहा कि ये हाईकमान का निर्णय है और वो उसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कैबिनेट के सभी मंत्रियों को भी शुभकामनाएं दी। अरविंद पांडे ने पहली बार राज्य में उस मिथक को तोड़ा, जिसमें अब तक यह रिकॉर्ड था कि कोई भी शिक्षा मंत्री दोबारा चुनाव नहीं जीत पाया है। उन्होंने कहा कि जो भी शिक्षा मंत्री बनेगा उसकी पूरी मदद करेंगे।