देहरादून। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने अफसरशाही की सर्जिकल स्ट्राइक शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिछले 48 घंटों में कई महकमे से जिसमें मुख्यमंत्री सचिवालय, शिक्षा विभाग समेत पुलिस महकमे के कई अफसरों की छुट्टी कर दी है। इतना ही नहीं जल्द शासन में नए बदलाव देखने को भी मिल सकते हैं। मुख्यमंत्री धामी “विकल्प रहित संकल्प” के ध्येय वाक्य पर चलते हुए धामी सरकार 2 के नए कार्यकाल की शुरुआत कर रहे हैं।
उत्तराखंड के गठन के 22 साल पूरे हो चुके हैं प्रदेश में 4 पूर्णकालिक सरकारों का कार्यकाल रह चुका है यह बात किसी से छुपी नहीं है कि इस बार प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में दूसरी बार भाजपा लगातार सरकार में क़ाबिज़ हो गई है, ऐसे में सरकारी तंत्र में विकास का रोड़ा बने कई अफसरों की धीरे धीरे छुट्टी की जा रही है। जिसमें मुख्यमंत्री सचिवालय से लेकर शिक्षा विभाग एवं पुलिस महकमे के अधिकारी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरकार गठन के पहले सप्ताह में ही स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि प्रदेश हित में किसी भी अफसर की हीला हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे में यहां मुख्यमंत्री ने जहां एक ओर अपने अपर प्रमुख निजी सचिव की छुट्टी कर उस पद पर नए अधिकारी को जिम्मेदारी दे दी है वहीं शिक्षा विभाग के निदेशक को भी बदल कर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश दे दिया है। इसके अलावा पुलिस में पूर्व इंटेलिजेंस चीफ के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के तुरंत कुछ ही समय में रॉ में काम कर चुके काबिल इंटेलिजेंस ऑफिसर को आईजी इंटेलीजेंस की जिम्मेदारी सौंपकर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में दृढ़ इच्छाशक्ति वाली सरकार का साफ़ संकेत दे दिया है।