भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश पर दावा करने के चीन के प्रयासों का अमेरिका ने कड़ी आपत्ति दर्ज की है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव करीन जीन-पियरे ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश के भीतर इलाकों के नाम बदलने जैसे कृत्यों का अमेरिका कड़ा विरोध करता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह किसी भी एकतरफा प्रयास का कड़ा विरोध करता है। बता दें कि बीते दिनों चीन ने भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों के नाम बदलने का दावा किया था। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका भारत के साथ संबंधों को दुनिया में सर्वाधिक परिणामी व विशेष संबंधों के रूप में मान्यता देता है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी दी प्रतिक्रिया
चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में कुछ स्थानों का नाम बदलने के संबंध में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है जब चीन द्वारा इस तरह के प्रयास किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा, अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न है और हमेशा रहेगा।
Our response to media queries regarding the renaming of places in Arunachal Pradesh by China:https://t.co/JcMQoaTzK6 pic.twitter.com/CKBzK36H1K
— Arindam Bagchi (@MEAIndia) April 4, 2023
जानें मसला क्या है…
अमेरिका का यह बयान चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय की ओर से अरुणाचल प्रदेश में 11 जगहों के बदलने के बाद सामने आया है। चीन ने अरुणाचल प्रदेश में 11 जगहों के नाम चीनी अक्षरों, तिब्बती पिनयिन भाषाओं में बदल दिए हैं, जिसमें दो भूमि क्षेत्र, दो आवासीय क्षेत्र, पांच पर्वत चोटियां और दो नदियां शामिल हैं। बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा को लेकर विवाद लंबे समय से बना हुआ है। भारत में कई ऐसे जगह हैं, जिन पर चीन हमेशा से दावा करता आ रहा है। इन्हीं में से एक है अरुणाचल प्रदेश, जो भारत का 24वां राज्य है और भौगोलिक दृष्टि से पूर्वोत्तर का सबसे बड़ा राज्य है।