11 C
Dehradun
Wednesday, December 3, 2025


गृहमंत्री ने किया 3 कानूनों को खत्म करने का ऐलान, पढ़ें पूरी खबर

केंद्र सरकार ने अंग्रेजों के द्वारा बनाए गए भारतीय आपराधिक कानूनों में संपूर्ण बदलाव के लिए एक विधेयक पेश किया है। भारतीय दंड संहिता, दंड प्रक्रिया संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को भारतीय न्याय संहिता से बदल दिया जाएगा।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में आज भारतीय दंड संहिता, सीआरपीसी और भारतीय साक्ष्य अधिनियम को बदलने के लिए तीन विधेयक पेश किया। इसे पेश करते हुए उन्होंने कहा कि ये तीनों कानून अंग्रेजों के द्वारा बनाए गए थे। हम इसे बदल रहे हैं। इसे बदलते हुए नए कानून ला रहे हैं। अमित शाह ने जिन तीन नए कानूनों की घोषणा की है उनमें भारतीय न्याय संहिता, 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 और भारतीय साक्ष्य विधेयक, 2023 शामिल है।

अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा, “1860 से 2023 तक देश की आपराधिक न्याय प्रणाली अंग्रेजों के बनाए कानूनों के मुताबिक चलती थी। तीन कानूनों को बदल दिया जाएगा और देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में बड़ा बदलाव आएगा।”

भारतीय न्याय संहिता, 2023: अपराधों से संबंधित प्रावधानों को समेकित और संशोधित करने के लिए और उससे जुड़े या उसके आकस्मिक मामलों के लिए।

भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023: दंड प्रक्रिया से संबंधित कानून को समेकित और संशोधित करने और उससे जुड़े या उसके प्रासंगिक मामलों के लिए।

भारतीय साक्ष्य विधेयक, 2023: निष्पक्ष सुनवाई के लिए साक्ष्य के सामान्य नियमों और सिद्धांतों को समेकित करने और प्रदान करने के लिए।

spot_img

Related Articles

Latest Articles

पुतिन की यात्रा से पहले भारत-रूस के बीच बड़ी डील

0
नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर से दो दिवसीय भारत की यात्रा पर रहेंगे। रूस यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के...

संकट में श्रीलंका को मिला भारत का साथ, सनथ जयसूर्या ने पीएम मोदी को...

0
नई दिल्ली: चक्रवात दित्वाह से तबाह हुए श्रीलंका के लिए भारत द्वारा चलाए जा रहे बड़े राहत अभियान के बीच श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी...

8वां वेतन आयोग: पेंशनभोगियों के लिए बड़ी राहत, सरकार ने राज्यसभा में साफ की...

0
नई दिल्ली: आठवें वेतन आयोग के गठन के बाद से केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के बीच सबसे बड़ी चिंता 'पेंशन रिविजन' को लेकर थी।...

दिल्ली की आबोहवा में घुट रहा दम: ‘बेहद खराब’ श्रेणी में हवा, 16 निगरानी...

0
दिल्ली: राजधानी में हवा की दिशा बदलने और स्थानीय कारकों के चलते हवा एक बार फिर से गंभीर श्रेणी की ओर तेजी से बढ़...

प्रियांक को सोशल मीडिया पर शोध के लिए पीएचडी की उपाधि

0
-सोशल मीडिया ने दर्द भी दिया और दवा भी देहरादून। उत्तराखण्ड में कोविड से निपटने में सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई। सोशल...