देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दूसरे दिन आज धामी सरकार ने विधानसभा के पटल पर वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट रखा। वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा, सरकार जेंडर बजट के साथ राज्य के समग्र विकास पर आधारित बजट लेकर आई है। धामी सरकार ने 89 हजार 230 करोड़ का बजट पेश किया। राजस्व के लिए लेखे का व्यय 55815.77 करोड़ और पूंजीगत लेखे का व्यय 33414.30 करोड़ रहा। राजस्व घाटा अभी अनुमानित नहीं है। इस बार बजट में 15 फीसदी बढ़ोतरी की गई।
सरकार का बजट सशक्त उत्तराखंड पर केंद्रित है। प्रदेश सरकार 2025 तक उत्तराखंड को देश के सबसे अग्रणी राज्यों में शामिल कराने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ रही है। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर सरकार बजटीय प्रावधान और नई योजनाओं का स्वरूप निर्धारित किया है। जानिए बजट में किस वर्ग को क्या मिला…
नारी शक्ति को क्या मिला
वित्तीय वर्ष 2024-25 में जेंडर बजट में लगभग 14538 करोड़ पांच लाख का प्रावधान।
नारी शक्ति और महिला कल्याण के लिए 574 करोड़ का प्रावधान।
नंदा गौरा योजना के लिए 195.00 करोड़।
मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना के लिए 30.00 करोड़।
मुख्यमंत्री बाल पोषण योजना के लिए 28 करोड़।
मुख्यमंत्री महिला पोषण योजना में 15 करोड़।
गंगा गाय महिला डेरी विकास योजना के लिए पांच करोड़।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के के लिए लगभग 21 करोड़।
युवाओं के लिए
डिग्री कॉलेज सरकारी में शैक्षिक गुणवत्ता को 10 करोड़।
एनईपी के तहत चल रही अनुसन्धान योजना को 2 करोड़।
आरटीई के तहत 94 हजार से ज्यादा बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जा रही है।
खटीमा में निशुल्क कोचिंग सेंटर
सरकारी विद्यालयों में आईसीटी लैब
मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक मेधावी बालिका प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 2024 के लिए तीन करोड़ 70 लाख रुपए का प्रावधान।
विज्ञान केंद्र चंपावत को तीन करोड़
युवा कल्याण एवं खेलकूद
युवा कल्याण एवं खेलकूद में 2024-25 के लिए कुल प्रावधान 534 करोड़
2022-23 में वास्तविक व्यय लगभग- 229 करोड़
2023-24 का संशोधित अनुमान- 233 करोड़
तकनीकी शिक्षा में 2024-25 के लिए कुल प्रावधान- 321 करोड़
2022-23 में वास्तविक व्यय लगभग- 243 करोड़
2023-24 का संशोधित अनुमान- 316 करोड़
उच्च शिक्षा में 2024-25 हेतु कुल प्रावधान- 824 करोड़
2022-23 में वास्तविक व्यय लगभग- 733 करोड़
2023-24 का संशोधित अनुमान-763