देश के लिए गुरुवार को सुबह सुबह बड़ी गौरवशाली खबर सामने आई है. टोक्यो ओलंपिक में 40 साल बाद भारत ने कांस्य पदक जीता है. भारत ने जर्मनी के खिलाफ यह मुकाबला 5-4 से जीत लिया है. देश में हॉकी के लिए यह नया दौर शुरू हो चुका है. 1970 के बाद 9 ओलिंपिक गेम्स के आयोजन के बाद यह पल भारत के लिए आया था. भारत का ओलंपिक में तीसरा कांस्य पदक है. इससे पूर्व भारत 1968 में मैक्सिको और 1972 में म्युनिस में भारत ने कांस्य पदक जीता था. इसके बाद 1980 में भारत ने मोस्को में गोल्ड जीता था.
आज सुबह 7 बजे से मैच शुरू हिया और जर्मनी ने पहले ही क्वार्टर में गोल कर बढ़त बना ली. जिक्से बाद जिक्से बाद 3 मिनट में जर्मनी टीम आक्रामक रही. उसके बाद भारतीय टीम ने मैच में वापसी की. वहीं भारत को पांचवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन रुपिंदर पाल सिंह गोल दागने से चूक गए. पहले क्वार्टर की समाप्ति के बाद स्कोर 1-0 रहा. लेकिन दूसरे क्वार्टर में सिमरनजीत सिंह ने गोल कर स्कोर 1-1 की बराबरी पर की. उसके बाद जर्मनी के निकलस वेलेन ने गोल कर टीम को एक बार फिर से 2-1 की बढ़त दिला दी.
उसके कुछ ही मिनटों बाद जर्मनी ने एक और गोल दाग कर 3-1 की बढ़त ली. पर दूसरे क्वार्टर खत्म होने के पांच मिनट के अंदर भारत ने दो गोल कर स्कोर 3-3 की बराबरी की. भारत की ओर से दूसरा गोल हार्दिक सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर पर दागा. वहीं हरमनप्रीत ने तीसरा गोल कर भारत को मुकाबले में 3-3 की बराबरी पर ला खड़ा किया. उसके बाद भारतीय हाकी टीम ने लगातार दो और गोल दागकर 5-3 की बढ़त हासिल कर ली. इसी बीच जर्मनी ने एक और गोल पेनाल्टी कार्नर से दाग कर वापसी की कोशिश की लेकिन इससे आगे नहीं बढ़ सकी.