देहरादून: STF एवं साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन उत्तराखण्ड की दिल्ली एन0सी0आर0 में धरपकड़, बन्द पडी बीमा पालिसी के नवीनीकरण एंव प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहकर 68 लाख की धोखाधडी करने वाले आई. डी. एफ. सी. बैंक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने हेतु अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है ।
इसी परिपेक्ष्य में ठगों द्वारा आम जनता को फोन कर स्वयं को “बीमा एजेन्ट बताकर बीमा पोलिसी के प्रीमियम की किस्त जमा करने व उक्त प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने का लालच देकर धोखाधडी की घटनाओं को कारित किये जाने की ” करने की काफी शिकायते प्राप्त हो रही थी ।
एसएसपी STF अजय सिंह ने बताया कि एक प्रकरण साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था जिसमें रायपुर जनपद देहरादून निवासी महिला के साथ इसी प्रकार की घटना घटित हुयी थी। जिसमें शिकायतकर्ता को अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन के माध्यम से सम्पर्क कर स्वंय को बीमा पाँलिसी एजेन्ट बताते हुये उनके भाई की बीमा पाँलिसी की प्रीमियम जमा न होने के कारण पालिसी समाप्त होने की बात कहते हुये प्रीमियम जमा करने व उक्त पाँलिसी की धनराशि को शेयर मार्केट में लगाने की बात कहते हुये वर्ष 2014 से वर्ष 2021 तक शिकायतकर्ता के साथ बीमा पालिसी के नवीनीकरण व शेयर मार्केट में लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर करीब 6800000/-( अडसठ लाख रुपये) रुपये की धनराशि धोखाधडी से विभिन्न बैक खातो में प्राप्त करने सम्बन्धी शिकायत के आधार पर टीम का गठन किया गया।
अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बर, ई-वालेट तथा बैंक खातों के बारे में जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि धनराशि दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के विभिन्न बैंक खातो में जमा करायी गयी है तथा अभियुक्तो द्वारा घटना को कारित करने के लिये उत्तर प्रदेश राज्य के विभिन्न जिलो के व्यक्तियों के फर्जी आईडी कार्ड के आधार पर मोबाईल नम्बर का प्रयोग कर अपराध कारित किया गया तथा वादी मुकदमा से धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त करने हेतु फर्जी नाम पते पर आधार कार्ड व वोटर कार्ड बनाकर विभिन्न बैको में बैक खाते फर्जी कम्पनियों के नाम से खोलकर अपराध कारित किया गया। बैंक, टेलीकॉम कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रुप से साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस टीम को तत्काल दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश रवाना किया गया ।
पुलिस टीम द्वारा अथक मेहनत एवं प्रयास से दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश गाजियाबाद के विभिन्न बैको में जाकर अभियुक्तो के खातो की जानकारी की प्राप्त की गयी तो इस क्रम में 14 अगस्त को मुख्य मुख्य अभियुक्त देवेश नंदी को नोएडा से गिरफ्तार किया गया था| उसके द्वारा अपने अन्य साथियों के बारे में मैं बताया गया जिस क्रम में बाराखंबा रोड आईडीएफसी बैंक ब्रांच के अधिकारी को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया| गिरफ्तार अभियुक्त आदित्य त्यागी द्वारा मुख्य आरोपी देवेश नंदी को अपराध करने हेतु विभिन्न बैंक खाते खुलवाएं जिनका फर्जी सत्यापन किया गया तथा धोखे की धनराशि को बैंक खातों में ठिकाने लगाने हेतु प्रयोग किया गया| मुख्य अभियुक्त से पूछताछ पर महत्वपूर्ण जानकारिया प्राप्त हुयी कि अभियुक्त द्वारा अपने सहअभियुक्त के साथ मिलकर बीमा पालिसी के नवीनीकरण एंव प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाकर धोखा देकर लाभ लेने की साजिश रचने के उद्देश्य से आम जनता को फोन के माध्यम से सम्पर्क कर पालिसी नवीनीकरण व प्रीमियम को शेयर मार्केट में लगाने की बाद कहते हुये विभिन्न बैक खातो में फर्जी आधार कार्ड व वोटर कार्ड के माध्यम से फर्जी कम्पनियों के नाम पर खाते खुलवाकर उक्त खातो में धोखाधडी से धनराशि प्राप्त की जाती है ।
उक्त कार्य हेतु वे विभिन्न लोगो के फर्जी आईडी पर लिये गये सिम कार्ड आदि का प्रयोग करते है । इस अभियोग में मुख्य आरोपी देवेश नंदी द्वारा खातों की जानकारी JustDial प्लेटफार्म से ली गई थी जिस क्रम में JustDial नोडल को भी जवाब तलब किया गया है।मामला विवेचनाधीन है जिसमें बैंक खाताधारकों के बयान सहित उनके खिलाफ अभियोग पत्र प्रेषित न्यायालय में प्रेषित किया जाएगा।