देहरादून: उत्तराखंड में चुनावी उथल पुथल के बीच हॉट सीट केदारनाथ में आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है। केदारनाथ विधानसभा में अगसत्यमुनि के जाने माने शिक्षाविद विजय चमोला स्थानीय कांग्रेस विधायक मनोज रावत के शराब vs किताब अभियान से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। मनोज रावत ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
गुरूवार को केदारनाथ विधान सभा के केन्द्र भीरी में हुए कार्यक्रम में चार दर्जन से अधिक विभिन्न दलों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस विधायक के पक्ष में समर्थन देते हुए कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। जिसमें आप के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय चमोला, जिला सचिव सुमित गुसाईं, जिला उपाध्यक्ष मुकुल मैठाणी, युथ उपाध्यक्ष सतीश गोस्वामी, सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कारेन्द्र सहित 20 से अधिक कार्यकर्ता तथा भाजपा के विनोद कपरवाण, अनुसूया राणा, महावीर कपरवाण, वीरपाल सिंह आदि के साथ 24 कार्यकर्ताओं ने हाथ का दामन थामा।
केदारनाथ विधानसभा के भीरी में केदारनाथ से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने प्रेस वार्ता कर अपने चुनावी एजेंडे को स्पष्ट किया। मनोज रावत ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय की जमीन पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद के नाम दर्ज हो रखी थी जिसे केंद्रीय विद्यालय संगठन के नाम पर होना चाहिए था। जो कि उन्होंने विधायक बनते ही यह कार्य पूर्ण किया।
उन्होंने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र में उत्तराखण्ड के शिक्षा मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक जी के द्वारा एक भी केंद्रीय विद्यालय की स्थापना उत्तराखण्ड में नही की गई। हमारी फाइल 3 साल से केंद्रीय विद्यालय संगठन और केंद्र सरकार के पास लंबित है जिसपर कोई भी कार्यवाही नही की गई है।
रावत ने कहा कि- हमारा काम ब्लेक एंड व्याईट में है हमारी जो योजनाएं हैं हमने उनके विजन के बारे में बताया है ओर मेरा आरोप है कि तीन बार के विधायक रह चुके विधायकों ने विधानसभा मे कितने प्रश्न पूछे हैं ओर मेने कितने सवाल सदन के पटल पर रखे। इसके साथ साथ ही हमारे कार्यों की विविधता को देखें और भाजपा के 3 बार विधायक रह चुके विधायकों के कार्यों का भी आंकलन किया जाए।
उखीमठ ओर गुप्तकाशी जैसे महत्वपूर्ण स्थानों में पानी की समस्या को लेकर फाइल 3 साल से शासन में है जिसपर कोई कार्य नही हुआ जिसके लिए मेने अपनी विधायक निधि से वैकल्पिक व्यवस्था करके दोनों स्थानों पर पानी की समस्या का वैकल्पिक निदान किया है जिसको सरकार को भी अपनाना चाहिए कि कम से कम खर्च में अधिक से अधिक लाभ कैसे पहुंचाया जा सकता है।
केदारनाथ प्रीपेड काउंटर को बाहरी प्रदेशों के लोग संचालित कर रहें है इस सवाल के जबाब में कहा कि- यह हमारा प्रमुख मुद्दा है कि आज हमारे प्रत्येक गावँ में कम्प्यूटर के ऑपरेटर हैं और यह सरल काम होने के बाद भी कोई जम्बू की कम्पनी इन प्रीपेड काउंटरों को चला रही थी हमने विरोध भी किया पर हमारी नही सुनी गई।
स्वाथ्य सेवाओं के बारे सवाल पूछने पर बताया गया कि – त्रियुगीनारायण में जनआंदोलन लगभग 60 से 65 दिन तक चला जिसमें की मंत्री जी द्वारा भी आंदोलनकारियों से वार्ता की गई थी पर पांच साल में भाजपा सरकाए ने एक भी अस्पताल और स्कूल नही खोलें हैं। हाईस्कूल बाडव ओर कालीमठ को इंटरमीडिएड की मान्यता के लिए शासन में फाइल लंबित पड़ी है जबकि उस क्षेत्र के बच्चे 10 किलोमीटर दूर इन्टरमिडीएड कॉलेज के लिए जाते हैं।
शहीद स्मारकों का निर्माण और ग्राम स्तर पर पुस्तकालय की अवधारणा को मेरे द्वारा संकल्पित किया गया था जिसका कार्य धरातल पर हुआ है और आज प्रत्येक गांव में लाइब्रेरी खुल चुकी हैं तथा हमारे देश की रक्षा के लिये अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले शहीदों की मूर्तियां उनके गांवों में लगाई गई हैं जो कि सम्मान के हकदार थे उनको सम्मान देना हर भारतीय का कर्तव्य है मेने भी अपने कर्तव्य का निवहन किया है
कांग्रेस को आज केदारनाथ विधान सभा में बड़ी सफलता मिली जब आम आदमी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय चमोला के साथ 20 से अधिक कार्यकर्ताओं ने तथा भाजपा के दो दर्जन कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ईश्वरसिंह बिष्ट एवं केदारनाथ विधायक प्रत्याशी मनोज रावत ने उन्हें पार्टी का पटका पहनाया कर माल्यार्पण करते हुए पार्टी के संविधान के प्रति आस्था जताने की शपथ दिलवाई।
गुरूवार को केदारनाथ विधान सभा के केन्द्र भीरी में हुए कार्यक्रम में चार दर्जन से अधिक विभिन्न दलों के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस विधायक के पक्ष में समर्थन देते हुए कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। जिसमें आप के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय चमोला, जिला सचिव सुमित गुसाईं, जिला उपाध्यक्ष मुकुल मैठाणी, युथ उपाध्यक्ष सतीश गोस्वामी, सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष कारेन्द्र सहित 20 से अधिक कार्यकर्ता तथा भाजपा के विनोद कपरवाण, अनुसूया राणा, महावीर कपरवाण, वीरपाल सिंह आदि के साथ 24 कार्यकर्ताओं ने हाथ का दामन थामा।
उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव के सियासी समीकरण के बीच केदारनाथ विधानसभा के भीरी में केदारनाथ से कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत ने प्रेस वार्ता कर अपने चुनावी एजेंडे को स्पष्ट किया। मनोज रावत ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय की जमीन पहले माध्यमिक शिक्षा परिषद के नाम दर्ज हो रखी थी जिसे केंद्रीय विद्यालय संगठन के नाम पर होना चाहिए था। जो कि उन्होंने विधायक बनते ही यह कार्य पूर्ण किया।
उन्होंने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र में उत्तराखण्ड के शिक्षा मंत्री रहे रमेश पोखरियाल निशंक जी के द्वारा एक भी केंद्रीय विद्यालय की स्थापना उत्तराखण्ड में नही की गई। हमारी फाइल 3 साल से केंद्रीय विद्यालय संगठन और केंद्र सरकार के पास लंबित है जिसपर कोई भी कार्यवाही नही की गई है।
रावत ने कहा कि- हमारा काम ब्लेक एंड व्याईट में है हमारी जो योजनाएं हैं हमने उनके विजन के बारे में बताया है ओर मेरा आरोप है कि तीन बार के विधायक रह चुके विधायकों ने विधानसभा मे कितने प्रश्न पूछे हैं ओर मेने कितने सवाल सदन के पटल पर रखे। इसके साथ साथ ही हमारे कार्यों की विविधता को देखें और भाजपा के 3 बार विधायक रह चुके विधायकों के कार्यों का भी आंकलन किया जाए।
उखीमठ ओर गुप्तकाशी जैसे महत्वपूर्ण स्थानों में पानी की समस्या को लेकर फाइल 3 साल से शासन में है जिसपर कोई कार्य नही हुआ जिसके लिए मेने अपनी विधायक निधि से वैकल्पिक व्यवस्था करके दोनों स्थानों पर पानी की समस्या का वैकल्पिक निदान किया है जिसको सरकार को भी अपनाना चाहिए कि कम से कम खर्च में अधिक से अधिक लाभ कैसे पहुंचाया जा सकता है।
केदारनाथ प्रीपेड काउंटर को बाहरी प्रदेशों के लोग संचालित कर रहें है इस सवाल के जबाब में कहा कि- यह हमारा प्रमुख मुद्दा है कि आज हमारे प्रत्येक गावँ में कम्प्यूटर के ऑपरेटर हैं और यह सरल काम होने के बाद भी कोई जम्बू की कम्पनी इन प्रीपेड काउंटरों को चला रही थी हमने विरोध भी किया पर हमारी नही सुनी गई।
स्वाथ्य सेवाओं के बारे सवाल पूछने पर बताया गया कि – त्रियुगीनारायण में जनआंदोलन लगभग 60 से 65 दिन तक चला जिसमें की मंत्री जी द्वारा भी आंदोलनकारियों से वार्ता की गई थी पर पांच साल में भाजपा सरकाए ने एक भी अस्पताल और स्कूल नही खोलें हैं। हाईस्कूल बाडव ओर कालीमठ को इंटरमीडिएड की मान्यता के लिए शासन में फाइल लंबित पड़ी है जबकि उस क्षेत्र के बच्चे 10 किलोमीटर दूर इन्टरमिडीएड कॉलेज के लिए जाते हैं।
शहीद स्मारकों का निर्माण और ग्राम स्तर पर पुस्तकालय की अवधारणा को मेरे द्वारा संकल्पित किया गया था जिसका कार्य धरातल पर हुआ है और आज प्रत्येक गांव में लाइब्रेरी खुल चुकी हैं तथा हमारे देश की रक्षा के लिये अपना सर्वस्व बलिदान करने वाले शहीदों की मूर्तियां उनके गांवों में लगाई गई हैं जो कि सम्मान के हकदार थे उनको सम्मान देना हर भारतीय का कर्तव्य है मेने भी अपने कर्तव्य का निवहन किया है।