देहरादून: लीक से हटकर काम करने वाले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को रूठे विधायकों को मनाने में भी महारत हासिल है, यह बात विधानसभा के मानसून सत्र में साबित हो रही है. विपक्ष का कोई भी विधायक जब अपने क्षेत्र की माँगों को लेकर सदन के बाहर या भीतर अपनी गतिविधियों से ध्यानआकर्षण करता है तो सीएम धामी उनकी अनदेखी नहीं करते हैं. बड़ी बात यह है कि धामी उनकी माँगों को गम्भीरता से लेने के साथ ही प्रभावी कारवाई करने पर विश्वास करते हैं.
गुरुवार को विधानसभा सत्र के चौथे दिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा परिसर में अपनी मांगों को लेकर बैठे पिरान कलियर के विधायक फुरकान अहमद और भगवानपुर की विधायक ममता राकेश के पास गये और उनकी बातों को सुना. मुख्यमंत्री ने दोनों विधायकगणों को अपने कार्यालय कक्ष में वार्ता के लिये आमंत्रित किया. बैठक में दोनों विधायकगणों ने विस्तार से अपनी बात कही. मुख्यमंत्री ने कहा कि मांगों के समाधान के लिए हरसम्भव प्रयास किया जाएगा.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इससे पूर्व विपक्ष के दो और विधायकों को अपने कक्ष में बुलाकर उनके क्षेत्र की समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए थे. प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उन मुख्यमंत्रियों में हैं जो जनसमस्याओं के मामले में विपक्ष के सदस्यों को भी सत्ता पक्ष की तरह ही तरजीह देते हैं. पहले दिन भी उन्होंने सदन में कहा था कि विपक्ष के श्वरों को सुनना भारतीय लोकतंत्र की एक ख़ासियत रही है जिसका खुद अनुशरण करते वे पहले देखे गए हैं.