रुद्रप्रयाग: प्रधानमंत्री की केदारनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा और नाराज तीर्थ पुरोहितों को मनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी धाम पहुंचे। इस दौरान उनके साथ कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और सुबोध उनियाल भी मौजूद थे। सीएम धामी ने तीर्थ पुरोहितों के साथ बंद कमरे में काफी देर बातचीत भी की। उन्होंन मंत्रियों के साथ मिलकर केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।
इस दौरान सीएम ने कहा कि ये सरकार जन भावनाओं का सम्मान करने वाली सरकार है। तीर्थों के पंडा, पुरोहित और पुजारियों के मान सम्मान को कोई ठेस नहीं पहुंचाई जाएगी। हम सकारात्मक, धनात्मक और विकासात्मक दृष्टिकोण से चारधाम, पंडा, पुरोहित और पुजारी समाज के सम्मान और धार्मिक आस्था की गरिमा के सम्मान के लिए तत्पर हैं।
तीर्थ पुरोहितों ने मामले का समाधान न होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पांच नवंबर को प्रस्तावित यात्रा का विरोध करने का एलान भी किया है। पीएम मोदी को उस दिन केदारनाथ धाम में शंकराचार्य की मूर्ति का अनावरण करना है। उसके बाद से ही राज्य सरकार तीर्थ पुरोहितों को मनाने के प्रयास कर रही है। सीएम आज खुद कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और हरक सिंह के साथ इसी सिलसिले में केदारनाथ पहुंचे। उनकी तीर्थ पुरोहितों से काफी देर बातचीत हुई।
सीएम धामी ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी की बाबा केदार के प्रति विशेष आस्था और श्रद्धा है। उनका उत्तराखंड को दुनिया की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के तौर पर विकसित करने का विजन है। पूरी दुनिया के लोग यहां आध्यात्मिक शांति के लिए आएंगे। आधुनिक इतिहास में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। पहले चरण के काम हो चुके हैं। दूसरे चरण के काम शुरू हो रहे हैं। आदि गुरु शंकराचार्य जी की समाधि का लोकार्पण करने के साथ ही उनकी प्रतिमा का भी अनावरण किया जाएगा।