राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 की दूसरी लहर पर प्रभावी रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है इसके लिए विभिन्न कार्यों तथा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रवासी मूवमेंट, गाँवों में होम आइसोलेशन आदि व्यवस्थाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए मुख्यमंत्री तीरथ कि निर्देश पर नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं. नोडल अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से कार्यवाही मॉनिटरिंग के लिए अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार को अवगत कराया जाएगा. अपर मुख्य सचिव द्वारा दैनिक रूप से समीक्षा करते हुए नोडल अधिकारियों के माध्यम से कोविड-19 हेतु प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी. जिसके बाद समय-समय पर मुख्यमंत्री को अवगत कराया जाएगा. आपको बताते हैं कि अधिकारियों को क्या जिम्मेदारी दी गई.
- प्रदेश में दवाइयों और ऑक्सीजन की कालाबाजारी ना हो सके इसके लिए अमित कुमार सिन्हा को नोडल अधिकारी बनाया गया है.
- ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए अमित कुमार सिन्हा, निवेदिता कुकरेती और वंदना को नोडल अधिकारी बनाया है
- सीएसआर फंडिंग के लिए राधिका झा और नीरज खैरवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है
- ऑक्सीजन सप्लाई और इंजेक्शन की सप्लाई सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सचिन कुर्वे को नोडल अधिकारी बनाया गया है
- रेमिडिसेविर इंजेक्शन के सही डिस्ट्रीब्यूशन की जिम्मेदारी पंकज कुमार पांडे और आर राजेश कुमार को दी गई है
- ऑक्सीजन टैंकर और उनके ट्रांसपोर्टेशन जिम्मेदारी रंजीत कुमार सिन्हा और केवल खुराना को दी गई है
- प्रवासी लोगों के आवाजाही उनके गांव में उनके क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए जाने को लेकर हरीश चंद्र सेमवाल को नोडल अधिकारी बनाया गया है
- फायर सेफ्टी का नोडल ऑफिसर आईपीएस मुख्तार मशीन को बनाया गया है
- होम आइसोलेशन कांटेक्ट ट्रेसिंग का रिधिम अग्रवाल और आशीष कुमार चौहान को नोडल अधिकारी बनाया गया है
- आईएस नीरज खैरवाल को नोडल सभी जगह पर ऑक्सीजन प्लांट में निर्बाध बिजली पहुंचती रहे इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी.