नई दिल्ली: डॉ मनमोहन सिंह के निधन के बाद आज कांग्रेस कार्यसमिति ने मनमोहन सिंह की स्मृति का सम्मान करने और उनकी चिरस्थायी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया। सोनिया गांधी ने कहा कि डॉ सिंह की करुणा और दूरदर्शिता ने करोड़ों भारतीयों का जीवन बदल दिया।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार 26 दिसंबर को नई दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उन्हें एक बुद्धिजीवी, आर्थिक सुधारों के प्रणेता और जनसेवा के प्रति उनके समर्पण के लिए जाना जाता है। 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने से पहले उन्होंने आरबीआई गवर्नर, योजना आयोग के उपाध्यक्ष और वित्त मंत्री का भी कार्यभार संभाला था। केंद्रीय सरकार ने उनके सम्मान में एक जनवरी 2025 तक सात दिनों के लिए राजकीय शोक घोषित किया है। वयोवृद्ध कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के निधन को व्यक्तिगत क्षति बताया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री को अपना, दोस्त, दार्शनिक और मार्गदर्शक बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के निधन से राष्ट्रीय जीवन में जो शून्य पैदा हुआ है, उसे कभी नहीं भरा जा सकता।
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने कहा, डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक ऐसा नेता खो दिया है जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता का प्रतीक था। उन्होंने पूरे दिल से देश की सेवा की। उनकी करुणा और दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों का जीवन बदल दिया। मेरे लिए डॉ. मनमोहन सिंह का निधन एक गहरी व्यक्तिगत क्षति है। वह मेरे मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक थे। वे बहुत ही विनम्र स्वभाव के थे और अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ थे।” सोनिया गांधी ने आगे कहा, “दुनिया भर के नेताओं ने उनका सम्मान किया। उन्होंने भारत को गौरव और सम्मान दिलाया। सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता गहरी और अटूट थी। उनके साथ समय बिताने का मतलब था कि ज्ञान से भरपुर होना और उनकी ईमानदारी से प्रभावित होना”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी और राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाद्रा समेत अन्य नेताओं ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए सीडब्ल्यूसी की बैठक के लिए कांग्रेस मुख्यालय में मुलाकात की। इस बैठक में बताया गया, “डॉ. मनमोहन सिंह भारत के राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य में एक महान व्यक्ति थे। उनके योगदान ने देश को बदल दिया। उन्हें दुनिया भर से सम्मान मिला।” बैठक में आगे कहा गया, “विनियमन, निजीकरण और विदेशी निवेश को प्रोत्साहन की अपनी नीतियों के माध्यम से मनमोहन सिंह ने भारत की तीव्र आर्थिक वृद्धि की नींव रखी। उनके नेतृत्व में भारत तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा। उन्होंने वैश्विक क्षेत्र में भारत की स्थिति को मजबूत किया। इसके साथ ही उन्होंने आम आदमी के कल्याण पर भी ध्यान केंद्रित किया।” बैठक में कहा गया, “एक राजनेता के रूप में अपने योगदान के अलावा मनमोहन सिंह एक सम्मानित शिक्षाविद् थे। उन्होंने अर्थशास्त्री के तौर पर भारत की नीतियों को आकार देने में मदद की।” सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने पार्टी मुख्यालय में उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की
मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस ने शोक प्रस्ताव पारित किया
Latest Articles
दिल्ली में बारिश ने तोड़ा 101 साल का रिकॉर्ड, हिमाचल में बर्फबारी में फंसे...
नई दिल्ली। भारी बर्फबारी से कश्मीर,उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में सामान्य जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है। हिमपात का आनंद लेने पहुंच रहे पर्यटकों...
4300 करोड़ की लागत से बन रहा राष्ट्रीय समुद्री धरोहर परिसर, केंद्रीय मंत्री सोनोवाल...
लोथल (गुजरात)। केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने गुजरात के लोथल में 4,300 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे राष्ट्रीय समुद्री धरोहर परिसर के...
मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन, कृतज्ञ देश ने नम आंखों से दी विदाई; राष्ट्रपति...
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का शनिवार को निगम बोध घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। इससे पहले सुबह 8:30 बजे से उनका पार्थिव...
मुख्यमंत्री से जर्मनी के संसद सदस्य राहुल कुमार कंबोज ने भेंट की
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर फ्रैंकफर्ट (जर्मनी) के संसद सदस्य राहुल कुमार कंबोज ने भेंट की। इस अवसर...
द्वितीय कुलपति गोलमेज सम्मेलन-2024 में लिये गये कई अहम निर्णय
देहरादून। सूबे के राज्यकीय विश्वविद्यालयों एवं उनसे सम्बद्ध महाविद्यालयों में एनईपी-2020 के तहत भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित करिकुलम लागू करना होगा। इसके लिये...