देहरादून: उत्तराखंड में मानसून कहर बन कर बरस रहा है। आपदा ग्रसित क्षेत्रों में खतरा अधिक बना हुआ है। ऐसे में अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि वे जनता के साथ जुड़े रह कर काम करें। जनसमस्याओं को सुनकर उनका निवारण करें। मगर कई बार ये अधिकारी अपने फोन ही बंद कर देते हैं। जिससे जनता के साथ उनका जुड़ाव टूट जाता है। ऐसे ही अधिकारियों पर अब जिलाधिकारी राजेश कुमार ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है।
दरअसल देहरादून के जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार ने आपदा के दौरान प्रशासन में काम कर रहे हर अधिकारी को अलर्ट मोड में रहने को कहा है। साथ ही ये भी निर्देश दिए हैं कि कोई भी जिला स्तरीय अधिकारी अपना फोन बंद नहीं रखेगा। अगर किसी ने ऐसा किया तो उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम (डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट) में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
गौरतलब है कि डीएम आर राजेश कुमार ने कहा कि इस तरह की काफी शिकायतें मिल रही हैं जिसमें लोग आपदा की घटना के दौरान अधिकारियों के फोन बंद मिलने की बात कह रहे हैं। लाजमी है कि ये मामला गंभीर है। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में संबंधित विभाग के अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारियों की जरूरत कभी भी पड़ सकती है।
अधिकारियों को हर वक्त उपलब्ध रहने की जरूरत है। इसलिए अब सभी अपना फोन ऑन रखेंगे। अगर आवश्यक स्थिति के अलावा फोन बंद मिला तो ये अधिकारियों के लिए अच्छा नहीं होगा। ऐसा पाए जाने को आदेश की अवहेलना मान कर कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने कहा कि फोन बंद हैं या खुले, इसके लिए रेंडम आधार पर किसी भी अधिकारी को कॉल की जाएगी।