देहरादून: आगामी विधान सभा चुनावों के मद्देनजर एसडीसी फाउंडेशन ने उत्तराखंड अर्बन एजेंडा 2022 के तहत अब तीसरी फैक्टशीट जारी की है। इससे पहले एसडीसी फाउंडेशन उत्तराखंड मे स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 पर एक विस्तृत रिपोर्ट और शहरी मुद्दों पर दो फैक्टशीट जारी कर चुका है ।
तीसरी फैक्टशीट क्लाइमेट स्मार्ट सिटीज असेसमेंट फ्रेमवर्क के परिणामों पर आधारित है। केद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा विभिन्न आधार पर की गई रैंकिंग में देहरादून को टू स्टार रैंकिंग दी गई है। देश के अन्य शहरों की तुलना मे यह एक कमज़ोर प्रदर्शन है।
एसडीसी फाउंडेशन के अध्यक्ष अनूप नौटियाल ने बताया कि इस क्लाइमेट असेसमेंट के तहत केंद्र ने देशभर के 100 स्मार्ट सिटीज सहित कुल 126 शहरों का मूल्यांकन किया था। उत्तराखंड से केवल देहरादून शहर को इसमें शामिल किया गया । 5 पैरामीटर और 28 इंडीकेटर्स के आधार में मूल्यांकन करके शहरों को वन स्टार से फाइव स्टार तक रैंकिंग दी थी। इन पैरामीटर्स में ऊर्जा और ग्रीन बिल्डिंग; अर्बन प्लानिंग, हरियाली और जैव विविधता; मोबिलिटी और वायु गुणवत्ता; जल प्रबंधन और वेस्ट मैनेजमेंट शामिल थे।
एसडीसी फाउंडेशन की फैक्टशीट बताती है कि इस मूल्यांकन में देश के जिन 126 शहरों को शामिल किया गया, उनमें से किसी भी शहर को 5 स्टार रैंकिंग नहीं मिल पाई। नौ शहरों, अहमदाबाद, इंदौर, पिंपरी चिंचवड़, पुणे, राजकोट, सूरत, वडोदरा, विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम को फोर स्टार रैंकिंग मिली। 22 शहरों को थ्री स्टार रैंकिंग मिली। देहरादून सहित देहरादून समेत 64 शहरों को टू स्टार रैंकिंग में संतोष करना पड़ा, जबकि 31 शहरों को वन स्टार रैंक मिला। अनूप नौटियाल ने कहा कि शहरी जलवायु संरक्षण के लिए की जाने वाली तैयारियों में देहरादून बहुत पीछे चल रहा है। देहरादून को इस असेसमेंट में समग्र तौर पर टू स्टार रैंकिंग मिली है।
वेस्ट मैनेजमेंट पैरामीटर में देहरादून का प्रदर्शन कुछ बेहतर रहा और थ्री स्टार रैंकिंग हासिल हुई। एनर्जी और ग्रीन बिल्डिंग पैरामीटर में देहरादून को टू स्टार रैंकिंग मिली। अर्बन प्लानिंग, ग्रीन कवर और बायो डायवर्सिटी पैरामीटर में देहरादून को सिर्फ वन स्टार रैंकिंग ही मिल पाई। मोबिलिटी और एयर क्वालिटी के साथ ही वाटर मैनेजमेंट पैरामीटर में भी सिर्फ एक स्टार रैंकिंग ही मिल पाई। इस तरह पांच मे से तीन पैरामीटर मे देहरादून को वन स्टार रैंकिंग मिली ।
अनूप नौटियाल के अनुसार आने वाले दिनों मे सभी फैक्टशीट का सारांश और शहरी मुद्दों के नीतिगत सुझाव राजनीतिक दलों के पास भेजे जाएंगे । एसडीसी फाउंडेशन ने सभी राजनीतिक दलों से सतत शहरीकरण के मुद्दे को अपने मेनिफेस्टो मे उचित स्थान देने की लिए उत्तराखंड अर्बन एजेंडा 2022 की शुरुआत की है ।