उत्तराखंड में 4600 ग्रेड पे की मांग कर रहे पुलिस परिवारों के साथ पूर्व मंत्री हरीश रावत खड़े नजर आ रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पुलिस परिवारों का समर्थन किया है रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि “मैं, पुलिस कर्मियों के ग्रेड-पे को लेकर उनके साथ हूँ. उनके प्रदर्शन का निर्णय बहुत कष्टपूर्ण है. पुलिस एक अनुशासित बल है, मगर एक तथ्य सत्तारूढ़ दल के लोगों को ध्यान में रखना चाहिये कि आप यदि पुलिस को कुछ दे नहीं सकते हो तो जो कुछ उनको मिला है, उसको आपको छीनना नहीं चाहिये. पुलिस कर्मियों के मन की आह को मैं समझ सकता हूँ और मैं समझता हूँ कि
राज्यसरकार चेतेगी और सामयिक कदम उठाएगी.
इधर युवा कांग्रेस उत्तराखंड द्वारा उपाध्यक्ष संदीप चमोली के नेतृत्व में सरकार द्वारा पुलिस आरक्षी पेग्रेड को निरंतर लटकाने के विरोध में गांधी प्रतिमा परेड ग्राउंड से सचिवालय तक एक अधिकार सत्याग्रह मार्च निकाला गया. संदीप चमोली द्वारा कहा गया कि सरकार द्वारा निरंतर पुलिस पे ग्रेड के मामले को जानबूझकर लटकाया जा रहा है. रोज नई-नई कमेटी बनाकर मात्र सरकार द्वारा अपने काम का इतिश्री कर दिया जा रहा है, जिससे कि निरंतर पुलिस विभाग का मनोबल गिर रहा है अपने कर्म के प्रति वचनबद्ध होने के कारण वह अपनी मनोदशा खुलकर वक्त भी नहीं कर सकते हैं.
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जबकि मुख्यमंत्री बनने से पहले पुष्कर सिंह धामी द्वारा पत्र लिखकर साफ-साफ तत्कालीन मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया गया था कि वह पुलिस पे ग्रेड को जल्दी से जल्दी लागू कर दें परंतु जब स्वयं आज प्रदेश की कमान उनके हाथ अब विलंब हो ना सबकी समझ से परे है. जब विधायक रहते हुए उनके अनुसार यह मामला काफी संवेदनशील था परंतु अब उनके द्वारा देरी किए जाना न्याय गत नहीं है उत्तराखंड युवा कांग्रेस मांग करती है कि जल्द से जल्द पुलिस का पे ग्रेड 4600 किया जाए जो कि राज्य की न्याय व्यवस्था के लिए काफी आवश्यक है और पुलिस के साथियों का मनोबल को ऊँचा करने का काम करेगा.