उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लाक के अंतर्गत अति दुर्गम पिलंग गांव में आज़ादी के बाद पहली बार कोई फिजिशियन स्तर का डॉक्टर पहुँचा. इतना ही नहीं स्वास्थ्य की बदहाली का रोना रो रहे इस गाव में डॉक्टर केपी जोशी के नेतृत्व में स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया. खास बात है कि इस गांव में ना ही सड़क है और ना ही संचार व्यवस्था है. देहरादून निवासी डॉक्टर केपी जोशी और उनकी टीम की ओर से पिलंग गांव में दोपहर से स्वास्थ्य जांच शिविर शुरू किया गया. शिविर में बच्चों से लेकर बड़े और बुजुर्गों ने लाभ उठाया. रात 10 बजे तक शिविर चलता रहा. करीब 145 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई. इस दौरान डॉ केपी जोशी की ओर से यहां मौजूद लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारी भी दी गई. साथ ही उन्हें खान-पान के प्रति जागरूक किया. बता देगी इस गांव में पहली बार कोई वरिष्ठ फिजीशियन यहां लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए गए होंगे. इसके बाद डॉक्टर केपी जोशी और उनकी टीम सिल्ला गांव पहुंची. यहां भी तमाम लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई हेल्थ कैम्प में उत्तरकाशी रेड क्रॉस सोसाइटी का भी खासा सहयोग रहा.
डॉक्टर केपी जोशी का कहना है कि इन इलाक़ो में अभी भी स्वास्थ्य, संचार, रोजगार, सड़क अभी भी नहीं है. उन्होंने बताया कि कमोबेश यही हाल भरान गाँव, उपरिकोट, खुरकोट रीजन का है जहां दूसरा कैम्प लगाया गया. उन्होंने बताया कि लोगों के लिय ज़िला वा राज्य स्तर पर तुरंत सुनवायी वाला एक व्यवहारिक विभाग जो कर्मठ कार्य करने वाले लोगों का होना चाहिय. सड़क वा संचार हेलिकॉप्टर से इवैक्यूएशन की सुविधा ज़रूर हो. उन्होंने बताया की महिलाओं बच्चों में कुपोषण खून की कमी स्वास्थ जागरूकता भोजन के बारे में ज़िला स्तर पर प्रयास होने चाहिए .