देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार ने 24 साल के बाद प्रदेश में पहली बार ब्यूरोक्रेसी की कमान महिला आईएएस अधिकारी को सौपीं है। 1988 बैच की आईएएस अधिकारी राधा रतूड़ी को मुख्य सचिव बनाया गया है। बुधवार को कार्मिक विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं।
आईएएस राधा रतूड़ी इससे पहले वह प्रदेश में कई अहम जिम्मेदारियां संभाल चुकी हैं। मौजूदा समय में मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सम्भाल रही थी। मधुर व्यवहार के साथ मिलनसार और साफ छवि वाली राधा रतूड़ी को धामी सरकार ने इस जिम्मेदारी को देने का फैसला किया है। राधा रतूड़ी एसएस संधू के रिटायरमेंट से एक दिन पहले ही उत्तराखंड की नई मुख्य सचिव घोषित हो गई हैं।
कुशल प्रशासक हैं राधा रतूड़ी
राधा रतूड़ी शुरुआत से ही कुशक प्रशासक के रूप में जानी जाती रहीं हैं । अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी द्वारा 3 अखिल भारतीय सेवाओं में योगदान दिया गया। उनकी पहली सेवा भारतीय सूचना सेवा (1986) जबकि वर्ष 1987 यानि अनिल रतूड़ी के बैच साथ वे भी पुलिस सेवा के लिए चयनित हुई। बाद में वर्ष 1988 में राधा भारतीय प्रशासनिक सेवा में आ गई। राधा रतूड़ी बतौर जिलाधिकारी अपने करियर ही शुरुआत उत्तरप्रदेश के फतेहपुर, जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल एवं जिलाधिकारी देहरादून के पद पर रहीं है ।
इसके अलावा राधा रतूड़ी द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त, उत्तराखण्ड के कार्यों व दायित्वों का 10 वर्षों तक निर्वहन किया गया। राधा रतूड़ी की विशेष रूचि महिला सशक्तिकरण व दिव्यांगजन कल्याण के क्षेत्र में है। वर्तमान पद वर्तमान में राधा रतूड़ी अपर मुख्य सचिव, उत्तराखण्ड शासन के पद पर उत्तराखण्ड सचिवालय में तैनात हैं।