मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नोटबंदी पर सुप्रीम कोर्ट के दिए गए फ़ैसले का स्वागत किया है. मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी जी का फैसला देशहित में था. मुख्यमंत्री ने कहा कि कालेधन खत्म करने को लेकर किये गये नोटबंदी के फैसले का हर व्यक्ति ने स्वागत किया था लेकिन विपक्ष इसपर अपनी राजनीति कर रहा था. मुख्यमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिये गये निर्णय में साफ कहा है कि नोटबंदी से पहले सरकार और रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के बीच बातचीत हुई थी. उन्होंने कहा कि इस फ़ैसले से इससे विपक्ष का यह आरोप झूठा हुआ है जिसमें यह कहा गया था कि नोटबंदी केन्द्र सरकार का मनमाना फैसला था.
उन्होंने कहा कि नोटबंदी जाली करेंसी, टेरर फंडिंग, काले धन और टैक्स चोरी जैसी समस्याओं से निपटने की प्लानिंग का हिस्सा था जो कि काफ़ी असरदार भी रहा. गौर तलब है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों को बंद कर दिया था. इस फैसले को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में 58 याचिकाएं दायर हुई थीं. इन याचिकाओं पर जस्टिस अब्दुल नजीर, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस एएस बोपन्ना, जस्टिस वी. रामासुब्रमण्यम और जस्टिस बी.वी. नागरत्ना की बेंच सुनवाई कर रही थी. बेंच ने 7 दिसंबर को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. आज जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस नागरत्ना ने फैसला पढ़कर सुनाया.