देहरादून-: भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्क व सख्त उत्तराखंड पुलिस द्वारा जनपद हरिद्वार निवासी एक शिकायतकर्ता द्वारा पिरान कलियर स्थित दरगाह के प्रबंधक द्वारा उसे बेवजह काम से निकालने के नोटिस दिए जाने के आदेश को ज्वायंट मजिस्ट्रेट से खारिज करवाये जाने के बाद भी नौकरी पर पुनः रखने के नाम पर डेढ़ लाख की घुस मांगे जाने के आरोप लगाए जाने के बाद आज जनपद विजिलेंस टीम द्वारा आरोपी प्रबंधक को 10000 घुस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.
जानकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक सतर्कता विभाग देहरादून श्वेता चौबे को जनपद हरिद्वार निवासी एक शिकायतकर्ता द्वारा एक शिकायतपत्र प्राप्त हुआ जिसके अनुसार शिकायतकर्ता ने बताया कि वह वर्ष 2011 से पिरान कलियर में बाबा साबिर पार्क में भीतरी व्यवस्था का सुपरवाईजर है. गत वर्ष जिलाधिकारी हरिद्वार द्वारा स्थानीय विद्यायल के सहायक अध्यापक मौ0 हारून निवासी मोहल्ला नील खुराना, ज्वालापुर, हरिद्वार को दरगाह का प्रबन्धक पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया था जिसके अंतर्गत उन्हें दरगाह के समस्त कर्मचारियों की डियूटी लगाना, उपस्थिति पंजिका सत्यापित कर उपस्थिति पंजिका के आधार पर कर्मचारियों को वेतन देने का कार्य दिया गया था. किन्तु दिनांक 23 मई 2021 को मो0हारून द्वारा शिकायतकर्ता को एक नोटिस देते हुए सेवा से हटा दिया गया.अपने आपको बेवजह व गलत तरीके से काम से हटाए जाने के खिलाफ शिकायतकर्ता ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रूड़की से मिलकर अपनी समस्या बताई व नोटिस भी प्रस्तुत किया जिसपर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा प्रबन्धक मो0 हारून के सभी आदेशों को दिनांक 24.05.2021 को निरस्त कर दिया गया.
शिकायतकर्ता द्वारा ज्वाइंट मजिस्ट्रेट द्वारा लिखे गए निरस्तीकरण आदेश को दिखाने जब दरगाह प्रबंधक से मिला गया तो उसने शिकायतकर्ता का नाम पुनः उपस्थिति पंजिका में नाम दर्ज कराने के नाम पर 1,50,000/- की मांग की. जिसपर शिकायतकर्ता द्वारा प्रबंधक को पैसे देतव से इंकार कर दिया गया. उस घटना के पश्चात पीड़ित द्वारा कई बार प्रबंधक से उसको नौकरी पर पुनः रखने को लेकर उससे विनती की गई किन्तु उसके द्वारा बिन पैसे के उसे काम पर न रखने का दबाव बनाया गया. जिसके बाद प्रबंधक द्वारा पीड़ित को डेढ़ लाख टुकड़ो में देने के बात कहते हुए पैसों का इंतज़ाम करने को कहा. जिसके बाद शिकायतकर्ता द्वारा उसके खिलाफ पुलिस अधीक्षक सतर्कता देहरादून श्वेता चौबे को पत्र लिखकर उस भ्रष्ट प्रबंधक के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी.
मामले की सूचना मिलते पर पुलिस अधीक्षक, सतर्कता देहरादून द्वारा आरोपी के खिलाफ गोपनीय जांच कराये जाने पर जांच में सभी आरोप सही पाये जिसके बाद उनके द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी को सतर्कता टीम का गठन किया गया. सतर्कता टीम द्वारा शिकायतकर्ता को प्रबंधक को दरगाह कार्यालय के समीप पैसे लेने बुलाने को कहा. जिसपर अभियुक्त प्रबंधक द्वारा शाम 5 के करीब शिकायतकर्ता से जैसे ही 10 हज़ार रुपये लिये गए सतर्कता टीम द्वारा अभियुक्त को रंगे हाथों दबोच लिया गया. जनपद हरिद्वार के इस मामले में भ्रष्ट प्रबंधक को गिरफ्तार करने वाली सतर्कता टीम को प्रभारी निदेशक सतर्कता/पुलिस उप महारीक्षक, सतर्कता अधिष्ठान, अरूण मोहन जोशी द्वारा पारितोषिक देने की घोषणा की है. महोदय द्वारा ट्रैप टीम को उत्साह वर्धन हेतु उचित पारितोषिक देने की घोषणा की.