अर्थव्यवस्था से जुड़ी एक और सुखद खबर है। दरअसल, ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए अब भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। ब्लूमबर्ग ने आईएमएफ के डेटाबेस के आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट में यह दावा किया है। वहीं दूसरी ओर देश के लिए निर्यात के मोर्चे पर भी अच्छी खबर मिली है। अगस्त माह में देश का निर्यात 17 प्रतिशत बढ़ा है। इसी के साथ साल के अंत तक भारत का निर्यात 750 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।
भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में बढ़ रही आगे
भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में आगे बढ़ रही है। इसे साबित करती है ब्लूमबर्ग एजेंसी की जारी रिपोर्ट जो यह बताती है कि ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। कोरोना महामारी जैसे आपदाओं के बावजूद नए अवसरों पर मजबूती से आगे बढ़ते हुए देश लगातार आर्थिक मोर्चे पर बेहतर कर रहा है।
आजादी के अमृत काल में भारत ने अपनी ताकत का कराया एहसास
आजादी के अमृत काल में भारत ने विश्व को अपनी ताकत का अहसास कराया है। वैश्विक महामारी को मात देकर भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। खास बात यह है कि ब्रिटेन को पछाड़कर भारत ने यह है कि ब्रिटेन को पछाड़कर भारत ने यह उपलब्धि हासिल की है। पिछले 10 वर्षों में 11वें पायदान से यहां तक का सफर भारत ने तय किया है इस लिहाज से यह बेहद शानदार और प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व करने वाला क्षण है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में मिली परमॉर्मेंस ओरियेंटेड गवर्नमेंट
ऐसे में यह कहना उचित होगा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में देश को परमॉर्मेंस ओरियेंटेड गवर्नमेंट मिली है। उसका नतीजा है कि आज हिंदुस्तान आगे निकला है। एक एजेंसी की जारी रिपोर्ट के मुताबिक भारत साल 2021 के आखिरी तीन महीने में ब्रिटेन से आगे निकला। वहीं सकल घरेलू उत्पादन के आंकड़ों में भी भारत की यह बढ़त वित्त वर्ष 2022-23 जारी है। भारत की अर्थव्यवस्था 854.7 अरब डॉलर रही है, जबकि इसी अवधि में ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था 816 अरब डॉलर रही।
ब्रिटेन ने कैसे खोया 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का तमगा ?
इस लिहाज से अब भारत से आगे सिर्फ अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी रह गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक रोजमर्रा की चीजें महंगी होने से ब्रिटेन ने दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का तमगा खोया है। दरअसल, ब्रिटेन में पिछले चार दशकों में सबसे तेज महंगाई और मंदी का रिस्क का सामना कर रहा है। इससे संबंधित बैंक ऑफ इंग्लैंड ने अनुमान जताया है कि यह स्थिति 2024 तक रहेगी।
वहीं दूसरी ओर भारतीय अर्थव्यवस्था के इस वर्ष 7 फीसदी से ज्यादा की दर से बढ़ने का अनुमान है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में भी भारत 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था, जबकि ब्रिटेन छठे स्थान पर आ गया था।
दुनियाभर में छाई मंदी के बावजूद उभरकर सामने आ रहा भारत
अर्थशास्त्री डॉ. चरण सिंह बताते हैं कि ”हमारा देश अब प्रगतिशील हो रहा है और बहुत अच्छी गति से आगे बढ़ रहा है। जहां दुनियाभर में मंदी छा रही है वहां भारत ठीक उभरकर सामने आ रहा है। जहां तक ब्रिटेन का सवाल है उनकी अर्थव्यवस्था बेहद गंभीर चल रही है। 2027 तक तस्वीर और अधिक साफ हो जाएगी कि भारत ब्रिटेन से काफी आगे निकल गया है।”
2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य
हाल ही में पीएम मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का लक्ष्य तय किया है। देशहित में उठाए गए लगातार सुधारात्मक कदमों की बदौलत भारतीय अर्थव्यवस्था में अन्य देशों के मुकाबले तेजी बनी हुई है। सरकार की रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म की नीति ने विश्व स्तर पर भारत को सशक्त पहचान दी है।
देश में नहीं है मंदी का खतरा
वहीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह स्पष्ट किया है कि देश में मंदी का खतरा नहीं है। हैदराबाद में एक प्रेस वार्ता के दौरान वित्त मंत्री ने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद के दहाई अंकों में बने रहने की उम्मीद जताई और कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत मजबूत स्थिति में है।