31.4 C
Dehradun
Thursday, May 22, 2025

100 करोड़ की लागत से विकसित होगा बदरीनाथ धाम, पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ एमओयू साइन |Postmanindia

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत व केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की मौजूदगी में आज केदारनाथ उत्थान ट्रस्ट व तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की पब्लिक सेक्टर कंपनियों के मध्य बद्रीनाथ धाम को स्मार्ट स्प्रीचवल टाउन के रूप में विकसित करने को लेकर लगभग 100 करोड़ के कार्यों के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए. समझौता पत्र पर पेट्रोलियम मंत्रालय की ओर से सचिव तन्नू कपूर व उत्तराखंड की ओर से पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने हस्ताक्षर किए. सचिवालय में वर्चुअल रूप से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा व मार्गदर्शन में वर्ष 2013 में आई आपदा के बाद पुनर्निर्माण के कार्य शुरू हुए थे जो कि अब अपने अंतिम चरणों में हैं. इसी कड़ी में प्रधानमंत्री ने बदरीनाथ धाम के कायाकल्प का भी निर्णय लिया. यहां आगामी 100 वर्षों की आवश्यकताओं के मद्देनजर सुविधाओं का विकास कुल 85 हेक्टेयर भूमि में चरणबद्ध तरीके से कार्य किये जाने हैं. बदरीनाथ धाम में यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के विशेष प्रयास किये जा रहे हैं.इसी के साथ यहां पर व्यास गुफा, गणेश गुफा व चरण पादुका आदि का भी पुनर्विकास किया जाना है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बदरीनाथ धाम के विकास में तेल कंपनियों का योगदान सराहनीय है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का फोकस क्षेत्र में होमस्टे को बढ़ावा देने पर है ताकि श्रद्धालुओं को यहां आने पर सस्ती सुविधाएं उपलब्ध हो सकें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी तीन वर्षों में बदरीनाथ धाम के कायाकल्प के लिए सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने बदरीनाथ धाम में किये जा रहे कार्यों के लिए विशेष तौर पर प्रधानमंत्री जी व पेट्रोलियम मंत्री का विशेष आभार जताया. इस अवसर पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उत्तराखण्ड के चार धामों का विशेष महत्त्व है. बदरीनाथ धाम के कायाकल्प को लेकर तेल कंपनियां प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बदरीनाथ व केदारनाथ धामों की भांति ही उत्तरकाशी में गंगोत्री व यमनोत्री धामों के लिए भी कुछ कार्य कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम को प्रधानमंत्री श्री मोदी के विज़न के अनुरूप स्मार्ट स्प्रीचवल टाउन के रूप में विकसित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यहां पर अलकनंदा नदी के तटबंध कार्यों के अलावा प्लाजा, जल निकासी, सीवेज, लाइट, सीसीटीवी, पीए सिस्टम, शौचालय, पुल आदि के सौंदर्यीकरण व पुनर्निर्माण के कार्य होने प्रस्तावित हैं. प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि बदरीनाथ धाम का धार्मिक के साथ ही आर्थिक महत्व भी है. यहां से हजारों लोगों को रोजगार भी मिलता है. उन्होंने कहा कि पुनर्निर्माण कार्यो के दौरान हमें इस बात का भी ध्यान रखना है कि यहां पर पर्यावरण को नुकसान न पहुँचे. प्रथम चरण में यहां पर अस्पताल के विस्तारीकरण का कार्य प्रस्तावित है. इसके अलावा रिवर फ्रंट डेवलपमेंट, तटबंधों में सुदृढ़ीकरण, लैंड सकेपिंग, भीड़ होने पर होल्डिंग एरिया, पुलों की रेट्रोफिटिंग आदि कार्य होने हैं.

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड विधानसभा में तैनात अपर निजी सचिव की कोरोना से मौत

spot_img

Related Articles

spot_img
spot_img
spot_img

Latest Articles

भारत और यूरोपीय संघ जुलाई तक व्यापार समझौते की उम्मीद में, अमेरिका से टैरिफ...

0
नई दिल्ली: भारत और यूरोपीय संघ जुलाई तक एक प्रारंभिक व्यापार समझौते को पूरा करने पर विचार कर रहे हैं। एक सरकारी अधिकारी ने...

नक्सलियों का शीर्ष नेता बसव राजू ढेर, पीएम मोदी व गृह मंत्री शाह ने...

0
छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ लगातार सुरक्षाबलों की तरफ से ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा के सीमावर्ती...

भारी बारिश और आंधी से दिल्ली हवाई अड्डे पर कई उड़ानें प्रभावित, तेल अवीव...

0
नई दिल्ली: तेज हवा, भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कुछ उड़ानें विलंबित हुईं है। इससे...

सीएम हेल्पलाइन की सक्रियता जांचने के क्रम में सीएम ने शिकायतकर्ताओं से की बातचीत

0
देहरादून। सीएम हेल्पलाइन 1905 पर दर्ज होने वाली शिकायतों के निस्तारण के लिए दिए जाने वाले निर्देशों पर विभाग कितनी तत्परता से काम कर...

उत्तराखण्ड के तीन एनसीसी कैडेट्स ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर किया आरोहण

0
देहरादून। साहस, दृढता और अनगिनत चुनौतियों को पार करने की अदभुत मिसाल पेश करते हुए उत्तराखण्ड के तीन युवा राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट्स...