अमेरिका दौरे के दूसरे दिन गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाउस में राजकीय स्वागत किया गया। जानकारी के मुताबिक व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पीएम मोदी का स्वागत किया। महज इतना ही नहीं, उनके स्वागत में अमेरिका ने 21 तोपों की सलामी भी दी। वहीं, व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में मौजूद भारतीय समुदाय के लोगों ने गर्मजोशी के साथ मोदी-मोदी के नारे लगाए और तिरंगा लहराया।
व्हाइट हाउस ने तोड़ा प्रोटोकॉल, भारतीयों को बुलाया भीतर
बताना चाहेंगे कि यह वो पहला मौका था, जब व्हाइट हाउस ने अपना प्रोटोकॉल तोड़ते हुए भारतीयों को व्हाइट हाउस के भीतर बुलाया। इससे भारतीयों की बढ़ती हुई ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है।
व्हाइट हाउस में PM मोदी को मिला पहली बार सेरेमोनियल वेलकम
जब व्हाइट हाउस में पीएम मोदी को पहली बार सेरेमोनियल वेलकम दिया गया तो यह पूरी दुनिया के लिए ऐतिहासिक पल बन गया। इस खास अवसर पर 140 करोड़ भारतीयों की अकांक्षाओं, उनके सामर्थ्य, कौशल, सद्भाव के साथ प्रधानमंत्री मोदी व्हाइट हाउस पहुंचे थे।
सेरेमोनियल वेलकम के लिए पीएम मोदी ने कहा ‘थैंक्स’
सेरेमोनियल वेलकम के लिए पीएम मोदी ने कहा, मैं राष्ट्रपति बाइडेन के मित्रतापूर्ण स्वागत और दीर्घदृष्टि पूर्ण संबोधन के लिए उनका हृदय से बहुत-बहुत स्वागत करता हूं। थैंक्यू प्रेसिडेंट बाइडेन फोर यूअर फ्रेंडशिप।
भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान
इसके आगे पीएम मोदी ने कहा, आज व्हाइट हाउस में शानदार स्वागत समारोह के एक प्रकार से भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान है, 140 करोड़ देशवासियों का गौरव है। यह सम्मान अमेरिका में रहने वाले 4 मिलियन से अधिक भारतीय मूल के लोगों का भी सम्मान है।
भारत और अमेरिका दुनिया के दो बड़े लोकतांत्रिक देश
उल्लेखनीय है कि भारत और अमेरिका दुनिया के दो बड़े लोकतांत्रिक देश हैं, जिनके मूल्य साझा हैं, जिनकी साझेदारी विश्वसनीय है, जो अब कदम दर कदम बढ़ते हुए 21वीं सदी में नई शुरुआत कर रहे हैं।
सर्व-जन हिताय-सर्व जन सुखाय के मूलभूत सिद्धांत में विश्वास
इस संबंध में पीएम मोदी ने कहा, भारत और अमेरिका दोनों के समाज और व्यवस्थाएं लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित है। दोनों देशों के संविधान उसके पहले तीन शब्द और जैसा राष्ट्रपति बाइडेन ने भी उल्लेख किया हम दोनों देश अपनी विविधता पर गर्व करते हैं। हम सर्व-जन हिताय-सर्व जन सुखाय के मूलभूत सिद्धांत में विश्वास रखते हैं।
भारतीय समुदाय के लिए पहली बार खोले व्हाइट हाउस के द्वार
पीएम मोदी ने स्मरण करते हुए यह भी कहा कि करीब तीन दशक पहले एक साधारण नागरिक के रूप में मैं अमेरिका यात्रा पर आया था। उस समय मैंने व्हाइट हाउस को बाहर से देखा था। प्रधानमंत्री बनने के बाद मैं स्वयं तो यहां कई बार आया हूं, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में इंडियन-अमेरिकन समुदाय के लिए व्हाइट हाउस के द्वार पहली बार खोले गए हैं।
केवल इतना ही नहीं, दोनों देशों की नई साझेदारी और सम्मान में एक रात्रिभोज का भी भव्य आयोजन किया गया। बता दें, स्टेट विजिट के दौरान व्हाइट हाउस मेहमान के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन करता है, जिसमें दोनों देशों के हर एक क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों को शामिल किया जाता है।
हर भारतीय अपनी दिल में बसा लेना चाहता था ये खास पल
अमेरिका के उपराष्ट्रपति, विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव यानी दोनों देशों का प्रतिनिधिमंडल ये भारतीय प्रधानमंत्री की राजकीय यात्रा का खास पल रहा। इसे हर भारतीय अपनी दिल में बसा लेना चाहता था। ऐसे में अमेरिका में रहने वाले भारतीय भी बड़ी संख्या में व्हाइट हाउस पहुंचे।
पीएम मोदी के स्वागत में अमेरिका ने दी 21 तोपों की सलामी
’22 जून 2023′ का यह दिन भारत और अमेरिका के रिश्तों के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के तौर पर देखा जाएगा। केवल इतना ही नहीं, अमेरिका ने प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में 21 तोपों की सलामी भी दी।
अमेरिकन राष्ट्रपति ने खुले मन से भारतीयों के कौशल और उनके सामर्थ्य की प्रशंसा की
वहीं अमेरिकन राष्ट्रपति बाइडेन ने भी खुले मन से भारतीयों के कौशल और उनके सामर्थ्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ भारत रक्षा, स्पेस तकनीक के क्षेत्र में सहयोग के नए आयाम बना रहा है।