देहरादून: उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में बुनियादी सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में 9वीं कक्षा में पढने वाली छात्राओं को साईकिल देने का निर्णय ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाई’ के ध्येय वाक्य को सिद्ध करता है। यही नहीं मुख्यमंत्री ने प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए पहाड़ी जनपदों के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राओं को साईकिल के एवज में प्रत्येक को ₹2850 की धनराशि देने का भी निर्णय लिया है। इससे पहले मुख्यमंत्री छात्राओं के लिए हर स्कूल में अलग शौचालय बनाने के भी निर्देश दे चुके हैं। राज्य सरकार के इस फैसले से स्कूली छात्राओं में ख़ुशी की लहर है।
छात्रवृत्ति में 9 गुना इजाफा
मुख्यमंत्री धामी ने जब से प्रदेश की कमान संभाली है तभी से उन्होंने शिक्षा व्यवस्था में गुणात्मक सुधार के ठोस प्रयास शुरू कर दिए हैं। हाल में ही उन्होंने कक्षा 9 से 12वीं तक के सभी छात्र–छात्राओं को निशुल्क पुस्तकें उपलब्ध कराने के साथ ही 10वीं और 12वीं के छात्रों को निशुल्क टैबलेट देने का की घोषणा की है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी विद्यालयों में छात्राओं के लिए अलग से शौचालय की व्यवस्था किये जाने, शिवानंद नौटियाल छात्रवृत्ति की राशि को 250 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने और साथ ही इसके लाभान्वितों की संख्या को 11 से बढ़ाकर 100 करने की भी घोषणा हाल में ही की है। मुख्यमंत्री ने श्रीदेव सुमन राज्य मेधावी छात्रवृत्ति की राशि को 150 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करने का ऐतिहासिक ऐलान किया है।
स्कूलों में बुनियादी शुरुआत
प्रदेश में धामी सरकार ने जहाँ एक ओर प्रत्येक विकास खंड में CBSE बोर्ड के इंग्लिश मीडियम के 180 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के संचालन शुरू कर दिया है वहीँ दूसरी ओर 600 अतिरिक्त विद्यालयों में वर्चुअल क्लासेज की व्यवस्था से प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर करने का भागीरथ प्रयास साफ नजर आ रहा है।