हरिद्वार। प्रियंका गांधी के बाद राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान मोदी सरकार की नीति की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस के दरवाजे हमेशा खुले रहेंगे। किसान के बिना देश नहीं चल सकता। राहुल गांधी शनिवार को किच्छा व हरिद्वार में वर्चुअल रैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जनता का पैसा अपने उद्योगपति मित्रों को दे रहे हैं।
हरिद्वार की वर्चुअल रैली में महाकुंभ कोरोना घोटाले का जिक्र करते हुए भाजपा पर कड़े प्रहार किए। उन्होंने कहा कि धर्म की बात करने वालों ने फर्जी कोविड टेस्टिंग करके करोड़ों रुपए की लूट मचाई। गोवा की तरह उत्त्तराखण्ड में न्याय योजना की घोषणा करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार हर महीने सबसे गरीब व्यक्ति के खाते में पैसा डालेगी।
राहुल गांधी ने डॉ मनमोहन सिंह के कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उस समय सरकार और किसानों के बीच एक पार्टनरशिप थी। किसानों के लिये दरवाजे खुले थे। यही कारण रहा कि किसानों की मांग को उचित ठहराते हुए दस दिन केअंदर 70 हजार करोड़ का कर्जा माफ कर दिया था। गोल्डन पीरियड था मनमोहन कार्यकाल।
राहुल ने कहा कि उस समय कुर्सी पर पीएम मनमोहन थे और आज राजा बैठे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि किसान ठंड, गर्मी बरसात व कोविड में सड़क पर खड़े थे लेकिन पीएम मोदी ने अपने आफिस में नहीं बुलाया। कोई बात नहीं की। लेकिन अडिग किसानों की जंग के बदौलत किसान बिल वापस लिए।
वर्चुअल रैली में राहुल गांधी ने जनता को नरेंद्र मोदी सरकार की घोषणा की याद दिलाते हुए 2 करोड़ रोजगार, काले धन की वापसी, प्रत्येक व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए आने के वादे को लेकर भी तंज कसा। राहुल ने ईडी, सीबीआई, पेगासस के दुरुपयोग पर भी मोदी सरकार को घेरा।